- अरविंद छाबड़ा
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की करीबी हनीप्रीत ने अपने कुछ अनुयायियों के साथ मिलकर डेरा प्रमुख को पुलिस कस्टडी से भगाने की योजना बनाई थी। वह गुरमीत राम रहीम को पंचकुला कोर्ट से भगाने की योजना बना रही थी। हनीप्रीत ने पुलिस को दिए अपने बयान में यह बात क़बूली है।
पुलिस ने कुछ दिन पहले एक चार्ज शीट कोर्ट में पेश की है। इसी चार्ज शीट में हनीप्रीत की इस योजना का ज़िक्र है। बीबीसी के पास चार्जशीट की एक कॉपी है।
क्या थी योजना?
चार्ज शीट के अनुसार 25 अगस्त के दिन डेरा प्रमुख को भगाने की योजना थी, गुरमीत राम रहीम को अपनी दो अनुयायियों के साथ बलात्कार करने का दोषी ठहराया गया था।
हनीप्रीत ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया,''हमने सोचा था कि हमारे अनुयायी पत्थर, डंडे और पेट्रोल बम आदि से हंगामा करेंगे, इससे पुलिस और प्रशासन का ध्यान भंग होगा। इसी बीच हम 'पिताजी' को पुलिस कस्टडी से भगा लेंगे।'' हनीप्रीत ने बताया कि योजना को सफल बनाने के लिए उन्होंने लोगों को विशेष कार्य दिए थे।
कैसे खराब हुई योजना?
हनीप्रीत ने बताया कि उनका प्लान उस वक्त ग़लत दिशा में जाने लगा जब हाई कोर्ट ने प्रशासन को भीड़ छांटने का आदेश दिया। उन्होंने बताया,''जैसे ही पिताजी को दोषी ठहराया गया, मैंने अपने लोगों को प्लान के अनुसार काम शुरू करने का आदेश दिया, लेकिन पुलिस डेरा प्रमुख को हेलीकॉप्टर से ले गई।''
जिस दिन डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को रेप का दोषी ठहराया गया उसी दिन हरियाणा के पंचकुला और सिरसा में ज़बरदस्त हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा की वजह से पंचकुला में 36 लोग और सिरसा में 6 लोगों की मौत हो गई थी।
हनीप्रीत कई दिनों तक पुलिस की पहुंच से दूर रहीं और तीन अक्टूबर को गिरफ़्तार हुईं। उन पर देशद्रोह और हिंसा फ़ैलाने के मामले दर्ज किए गए। विशेष जांच दल ने सीबीआई कोर्ट में 1200 पन्नों की चार्जशीट दायर की है। राम रहीम को रेप के आरोप में 20 साल की सजा सुनाई गई है साथ ही उन पर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।