दक्षिण अमेरिकी देश चिली में एक नन ने एक कैथोलिक चर्च के ख़िलाफ़ मुक़दमा दायर किया है। वह नन इसी चर्च से जुड़ी थी। नन के साथ बलात्कार हुआ था। बलात्कार के बाद गर्भवती होने के कारण नन पर चर्च छोड़ने का दबाव डाला गया था। नन को फिर से सामान्य जीवन में लौटने के लिए चर्च से बाहर ले जाया गया था।
उस नन ने कहा है कि जब दूसरी ननों ने उन्हें गर्भवती पाया तो उन्होंने चर्च छोड़ने के लिए दबाव बनाया। नन की वक़ील ने कहा है कि दूसरी ननों ने रेप के लिए नन को ही दोषी ठहराया। रेप पीड़िता नन अब संतियागो के आर्चबिशप और सेंट क्लेयर के ख़िलाफ़ मुक़दमा दायर करने जा रही है। संतियागो के सहयोगी बिशप आरटी रेव जॉर्ज कोंचा ने कहा कि नन ने कॉन्वेंट को अपने मन से छोड़ा था। जॉर्ज ने कहा कि आर्चबिशप को केवल रेप और 27 मार्च के बाद की घटनाओं के बारे में पता था।
डर और शर्मिंदगी : नन ने चिली में टीवी से कहा वह 2002 में 20 साल की उम्र में चर्च में आई थीं। उन्होंने कहा कि वह चिली की राजधानी संतियागो के कॉन्वेंट में रहती थीं। नन ने कहा कि बाहरी दुनिया से उनका संपर्क न के बराबर था।
2012 में पुरुषों के एक समूह को कॉन्वेंट में कुछ मरम्मत के काम के लिए आने की अनुमति दी गई थी। इस दौरन ये पुरुष कॉन्वेंट में ही सोते थे। इनके खाने-पीने की व्यवस्था की ज़िम्मेदारी ननों को ही दी गई थी। इनमें से एक आदमी ने बलात्कार किया। यहां तक कि नन ने अपनी साथी ननों से इस बात को छुपाकर रखा। उन्होंने ऐसा शर्म और डर के कारण छुपाया।
पीड़िता नन ने बताया, ''शर्म के कारण मैंने ख़ुद को कुछ भी बताने में असमर्थ पाया।'' तीन महीने बाद कॉन्वेंट की सिस्टरों ने रेप पीडता को गर्भवती पाया। पीड़ित नन ने बताया, ''अन्य सिस्टरों ने मेरा बिल्कुल साथ नहीं दिया। उन्होंने मुझे ही दोषी ठहराया और कहा कि मैंने किसी मक़सद से ऐसा किया है। मैंने उनसे कहा कि मैं बिल्कुल बेगुनाह हूं, लेकिन मेरी सहकर्मी सिस्टर मुझे लेकर काफ़ी क्रूर थीं। मेरे ऊपर कॉन्वेंट और चर्च छोड़ने के लिए दबाव बनाया गया।''
पीड़िता नन ने कहा, ''वे मेरी दशा पर छोड़ देना चाहते थे, लेकिन मैं ऐसा नहीं करने वाली थी।'' जब आख़िर में नन को कॉन्वेंट छोड़ना पड़ा तो उन्होंने किसी भी दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया कि वह चर्च छोड़ देंगी। नन ने कहा कि उसे एक बच्चे को जन्म देने के बाद एक दोस्त का आसरा चाहिए था। नन ने अपने बच्चे को किसी को अपनाने के लिए सौंप दिया।
2015 में नन के साथ हुए बलात्कार में उस पुरुष को दोषी ठहराया गया और उसे पांच साल की क़ैद सज़ा मिली। पीड़ित नन की वक़ील ने कहा, 'अब वक़्त आ गया है कि संतियागो के आर्चबिशप इस मुक़दमे की ज़िम्मेदारी लें। नन की वक़ील ने कहा, ''वह एक नन हैं और कॉन्वेंट में रहती थीं। उनके साथ रेप हुआ। जब उन्हें मदद मिलनी चाहिए थी, तब उन्हीं को इसके लिए ज़िम्मेदार ठहरा दिया गया।''
वक़ील ने कहा, ''कॉन्वेंट में रहने वाली ननों का बाहरी दुनिया से कोई संबंध नहीं होता है। यहां पुरुषों को रात में नहीं रूकने देना चाहिए। सभी धार्मिक संस्थानों में एक बिशप की अगुवाई में गिरावट आई है। इस मुक़दमें में संतियागों के आर्चबिशप आरोपों के घेरे में हैं।''
पीड़िता नन ने कहा, ''मेरे एकमात्र परिवार और चर्च ने मुझे त्याग दिया जबकि मैंने एक शेरनी की तरह इसका बचाव किया है।'' बिशप कोंचा ने कहा है कि आर्चबिशप 27 मार्च से पहले तक नन की याचिका से अनजान थे।