चांद की इस मिट्टी पर किसका हक़ है?

Webdunia
शुक्रवार, 15 जून 2018 (15:49 IST)
एक छोटी सी कांच की शीशी में थोड़ी सी धूल रखी है। इसे आम नज़रों से देखें तो यह मामूली सी जान पड़ती है लेकिन उसके मालिक के लिए किसी बेशकीमती खज़ाने से कम नहीं। लॉरा मरे नाम की एक महिला का कहना है कि यह मामूली धूल नहीं बल्की चांद की ज़मीन से लायी गई मिट्टी है, जिसे चांद पर पहला कदम रखने वाले अंतरिक्षयात्री नील आर्मस्ट्रॉन्ग ने खुद उन्हें दिया था।
 
 
लॉरा जब 11 साल की थीं तब नील आर्मस्ट्रॉन्ग ने उन्हें चांद की यह मिट्टी उपहार के तौर पर दी थी, हालांकि वो सालों तक इसे कहीं रखकर भूल गई थीं। वे बताती हैं कि आर्मस्ट्रॉन्ग ने उन्हें यह देते हुए एक नोट लिखा था, ''यह लॉरा एन्न मरे के लिए के लिए है, बेस्ट ऑफ़ लक, नील आर्मस्ट्रॉन्ग, अपोलो XI।''
 
 
दरअसल लॉरा के पिता टॉम मरे एयर फोर्स में पायलट थे और आर्मस्ट्रॉन्ग के दोस्त भी थे। पांच साल पहले अपने माता-पिता के निधन के बाद, जब लॉरा सामान समेट रहीं थी तो उन्हें चांद की मिट्टी रखी वह शीशी मिल गई।
 
 
नासा से पहले किया कोर्ट केस
लॉरा अब अमेरिका के टेनेसी राज्य में रहती हैं और उस विशेष अमानत को वे अपने पास ही रखना चाहती हैं। यही वजह है कि उन्होंने एक वकील भी नियुक्त किया है।
 
 
उन्होंने कोर्ट में एक मामला भी दर्ज़ कर दिया है जिससे नासा उनसे चांद की वह मिट्टी ना ले सके। हालांकि अभी तक नासा ने चांद की यह मिट्टी लेने का कोई कोशिश नहीं की है लेकिन लॉरा के वकील क्रिस्टोफर मैकह्यूज के मुताबिक नासा का इतिहास रहा है कि वह चांद से जुड़ी चीजों को अपने पास रख लेती है।
 
 
मैकह्यूज कहते हैं कि लॉरा ही उस चांद की मिट्टी की असल मालकिन हैं। इसके सबूत के तौर पर वे आर्मस्ट्रॉन्ग का ऑटोग्राफ भी पेश करते हैं और बताते हैं कि उन्होंने इसे विशेषज्ञों से प्रमाणित करवाया है।
 
क्या है नासा का नियम?
वहीं दूसरी तरफ अगर चांद के सैम्पल से जुड़ी नासा की नियमावली देखें तो उसमें बताया गया है कि चांद के सभी सैम्पल अमरीकी सरकार के अधिकार क्षेत्र में आते हैं। नासा की पॉलिसी के अनुसार चांद से जुड़े सामान का इस्तेमाल सिर्फ़ आधिकारिक उद्देश्यों के लिए ही किया जा सकता है।
 
 
हालांकि सवाल यह भी हैं कि क्या यह मिट्टी सचमुच चांद से ही लायी गई थी। कोर्ट में पेश दस्तावेज़ों के अनुसार एक विशेषज्ञ ने इसकी जांच की है और पाया कि यह पाउडर या सैम्पल चांद की सतह का हो सकता है। इसके साथ ही विशेषज्ञ ने यह भी कहा कि ऐसा भी हो सकता है कि इस मिट्टी के साथ पृथ्वी की धूल भी मिल गई हो।
 
 
फिलहाल तो यह देखना होगा कि मरे कानून के रास्ते अपनी इस कीमती मिट्टी को अपनी पास रख पाती हैं या नहीं। या यह भी हो सकता है कि इस कानूनी केस के चलते उन्होंने नासा को उस मिट्टी की भनक लगा दी है जिसका उसे अभी तक पता भी नहीं था।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

stampede : बेंगलुरु में भगदड़ की घटना में 11 की मौत, PM मोदी ने जताया दुख, खरगे बोले- हादसा दुर्भाग्यपूर्ण

क्या आपका 500 रुपए का नोट नकली तो नहीं? इस तरह पहचानें Fake currency

Stampede : चिन्नास्वामी स्टेडियम में अंदर RCB का जश्न, बाहर लोगों की भगदड़, फोटो खिंचवाने में लगे थे कांग्रेस नेता, BJP ने लगाया आरोप

यादव के बेटे तेज प्रताप के 'जयचंद' जिक्र का क्या है मतलब, जानें क्यों गद्दारों को कहा जाता है 'जयचंद'

राहुल गांधी का लंगड़े घोड़े वाला बयान कमलनाथ, दिग्विजय की सियासत से रिटायरमेंट का संकेत?

सभी देखें

मोबाइल मेनिया

OnePlus 13s : Samsung-Apple को टक्कर देने आया वन प्लस का सस्ता स्मार्टफोन, जानिए क्या है कीमत, मिलेगा 5000 तक का डिस्काउंट

Realme C73 5G लॉन्च, सस्ती कीमत में महंगे फोन के फीचर्स

TECNO POVA Curve 5G : सस्ता AI फीचर्स वाला स्मार्टफोन मचाने आया तहलका

फोन हैकिंग के हैं ये 5 संकेत, जानिए कैसे पहचानें और बचें साइबर खतरे से

NXTPAPER डिस्प्ले वाला स्मार्टफोन भारत में पहली बार लॉन्च, जानिए क्या है यह टेक्नोलॉजी

अगला लेख