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हल्दी से लेकर गुलाबजल तक, ये 5 प्राचीन ब्यूटी सीक्रेट्स आज भी हैं स्किन के लिए वरदान

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WD Feature Desk

, मंगलवार, 29 जुलाई 2025 (12:00 IST)
Herbal beauty tips: आज की मॉडर्न स्किनकेयर इंडस्ट्री लाखों-करोड़ों के प्रोडक्ट्स से भरी पड़ी है, सीरम, टोनर, फेसमास्क, एंटी-एजिंग क्रीम और न जाने क्या-क्या। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आज जो “नए जमाने की सुंदरता” के नाम पर बेचा जा रहा है, उसकी जड़ें हजारों साल पुरानी परंपराओं में हैं? हमारे पूर्वजों ने जब केमिकल्स का नाम तक नहीं सुना था, तब भी वे चमकदार त्वचा, मजबूत बाल और प्राकृतिक खूबसूरती के अनोखे राज जानते थे। आश्चर्य की बात यह है कि ये ब्यूटी हैक्स आज भी उतने ही प्रभावी और प्रासंगिक हैं।
 
इस लेख में हम आपको दुनिया की 5 सबसे प्राचीन लेकिन आज भी लोकप्रिय सौंदर्य विधियों के बारे में बताएंगे जिनमें भारत की हल्दी, मिस्र का दूध स्नान, फारस का गुलाब जल, चीन और जापान की ग्रीन टी, और भारत-मध्य एशिया की मेहंदी शामिल हैं।
 
1. भारत की हल्दी 
हल्दी, जिसे संस्कृत में 'हरिद्रा' कहा जाता है, भारतीय घरों का एक ऐसा घटक है जो सिर्फ भोजन नहीं, सुंदरता के लिए भी वरदान है। इसमें मौजूद करक्यूमिन (Curcumin) नामक कंपाउंड में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। यही कारण है कि हल्दी का उपयोग सदियों से ब्राइडल ग्लो, मुंहासों के इलाज, और स्किन ब्राइटनिंग के लिए किया जाता रहा है।
 
आज भी फेस मास्क, उबटन और यहां तक कि इंटरनेशनल ब्रांड्स हल्दी से बने ब्यूटी प्रोडक्ट्स को प्रमोट कर रहे हैं। आप घर पर दूध में हल्दी मिलाकर फेस पैक बना सकते हैं या बेसन-हल्दी का उबटन लगाकर त्वचा को नेचुरली एक्सफोलिएट कर सकते हैं।
 
2. इजिप्ट का मिल्क बाथ 
दुनिया की सबसे सुंदर महिलाओं में से एक मानी जाने वाली रानी क्लियोपेट्रा के सौंदर्य का राज था,  दूध का स्नान। यह नुस्खा सिर्फ शाही वर्ग तक सीमित नहीं रहा, बल्कि अब घर-घर में DIY स्किनकेयर रूटीन का हिस्सा बन चुका है। दूध में लैक्टिक एसिड होता है, जो एक नैचुरल एक्सफोलिएंट की तरह काम करता है। ये डेड स्किन सेल्स को हटाकर त्वचा को मुलायम, चमकदार और मॉइस्चराइज़्ड बनाता है।
 
आज भी आप घर पर एक बाथ टब में दूध, गुलाब की पंखुड़ियां और शहद डालकर एक मिनी क्लियोपेट्रा एक्सपीरियंस ले सकते हैं। यह उपाय शुष्क त्वचा और असमान रंगत को भी दूर करने में बेहद मददगार है।
 
3. फारस का रोज वाटर 
गुलाब जल को फारसी संस्कृति में ‘गुलाब अर्क’ कहा जाता है और यह प्राचीन फारस (आज का ईरान) में स्किनकेयर का मुख्य हिस्सा हुआ करता था। गुलाब जल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल तत्व त्वचा को हाइड्रेट करते हैं, उसकी पीएच बैलेंस को मेंटेन रखते हैं और मुंहासों से बचाते हैं।
 
आज भी गुलाब जल दुनिया के हर कोने में ब्यूटी रूटीन का अहम हिस्सा है। टोनर के रूप में इसका इस्तेमाल, फेस मास्क में मिलाना या थकान दूर करने के लिए आई पैड्स पर इसका स्प्रे, ये सब आज की मॉडर्न स्किनकेयर में भी देखने को मिलता है। सबसे अच्छी बात ये है कि ये हर स्किन टाइप के लिए सुरक्षित है।
 
4. चीन और जापान की ग्रीन टी 
ग्रीन टी सिर्फ हेल्थ ड्रिंक नहीं, बल्कि स्किन और हेयर के लिए भी सुपरफूड है। चीन और जापान में सदियों से ग्रीन टी का उपयोग त्वचा को जवान बनाए रखने, झुर्रियों को कम करने और त्वचा की गहराई से सफाई के लिए किया जाता रहा है। इसमें मौजूद पॉलिफेनॉल्स त्वचा को सूरज की किरणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं और साथ ही त्वचा को टोन करते हैं।
 
आज आप देखेंगे कि ग्रीन टी फेस पैक, स्क्रब, क्लिंजर और यहां तक कि हेयर मास्क में भी इस्तेमाल हो रही है। ग्रीन टी के साथ बर्फ की क्यूब्स बनाकर उन्हें चेहरे पर रगड़ना एक बेहतरीन मॉडर्न ट्रिक बन चुकी है, जो पफीनेस कम करती है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बनाती है।
 
5. भारत और मध्य पूर्व की मेहंदी 
मेहंदी सिर्फ सौंदर्य सजावट का हिस्सा नहीं, बल्कि एक शानदार औषधीय गुणों वाली जड़ी-बूटी है। भारत और मध्य पूर्व में इसका इस्तेमाल बालों को मजबूती, रंग देने और ठंडक पहुंचाने के लिए किया जाता रहा है। मेहंदी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जो स्कैल्प हेल्थ को सुधारते हैं और डैंड्रफ को दूर रखते हैं।
 
आज के समय में जब हेयर कलर्स में कैमिकल्स का खतरा बढ़ रहा है, मेहंदी एक नेचुरल और सेफ विकल्प बन चुकी है। चाहे हेयर मास्क के रूप में या फिर हैंड डेकोरेशन के लिए, यह आज भी हर उम्र की महिलाओं की पहली पसंद है। 


अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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