चुनाव आयोग से बोला महागठबंधन, अमित शाह को रोको...

Webdunia
नई दिल्ली। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर पाकिस्तान में पटाखे छोड़े जाने संबंधी उनकी टिप्पणी को लेकर निशाना साधते हुए जदयू और कांग्रेस ने शुक्रवार को चुनाव आयोग से मांग की कि सांप्रदायिक तनाव भड़काने वाले भाजपा प्रमुख के चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने तक बिहार में प्रवेश पर रोक लगाई जाए।
 
राज्य में भाजपा के चुनावी विज्ञापनों पर कड़ी आपत्ति जताते हुए उन्होंने पार्टी पर माहौल को बिगाड़ने के लिए झूठ और गलत प्रचार का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और अमित शाह के साथ साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ उनकी आरक्षण संबंधी टिप्पणी के लिए प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।
 
जदयू के महासचिव के सी त्यागी ने शाह की उस टिप्पणी की आलोचना कि कि अगर भाजपा चुनाव हारेगी तो पाकिस्तान में पटाखे छोड़े जाएंगे। त्यागी ने शाह की इस टिप्पणी को भड़काउ बताया और कहा कि एक मामला उनके खिलाफ दर्ज होना चाहिए और चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने तक बिहार में उनके प्रवेश करने पर रोक होनी चाहिए। वह आदतन षडयंत्रकारी हैं। उन्हें पहले भी अदालत द्वारा गुजरात में प्रवेश करने से रोका जा चुका है।
 
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, प्रवक्ता अजय कुमार और जदयू महासचिव के सी त्यागी ने यहां मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी से मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा और भाजपा पर अपने विज्ञापनों के जरिये सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देकर चुनावी माहौल को बिगाड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने इन विज्ञापनों को पूरी तरह से वापस लिए जाने की भी मांग की। (भाषा)
 
Show comments

जरूर पढ़ें

क्‍या अब लुटियंस दिल्‍ली में रहती हैं पूर्व पीएम शेख हसीना, बांग्‍लादेश में क्‍यों नहीं थम रहा बवाल?

पहले दोस्त से सुहागरात का वीडियो बनवाया, फिर करने लगा ब्लैकमेल

शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय को दिग्विजय सिंह की नसीहत

बाल संत अभिनव अरोड़ा से गुस्‍साए स्वामी रामभद्राचार्य, स्टेज से उतारा-कहा नीचे उतरो

शुक्रवार को फिर मिली 25 से ज्‍यादा विमानों को बम से उड़ाने की धमकी

सभी देखें

नवीनतम

गुलमर्ग हमले में 3 से 4 आतंकवादी शामिल, सर्च ऑपरेशन दूसरे दिन भी जारी

हरियाणा मॉब लिंचिंग मामले में बड़ा खुलासा, प्रवासी मजदूर के घर नहीं था गोमांस

2023 में युद्धों में मौत की शिकार हुई महिलाओं की संख्या हुई दोगुनी, यूएन रिपोर्ट

प्रियंका बोलीं वायनाड की जनता से, जनप्रतिनिधि के रूप में यह मेरी पहली यात्रा होगी, जन सेनानी के तौर पर नहीं

चक्रवात दाना से ओडिशा को कितना नुकसान?