पटना। बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन में बवाल मचा हुआ है। अगर लालू यादव अब भी नहीं चेते तो रालोसपा भी महागठबंधन से अलग हो सकती है। अभी कुछ ही दिन पहले जीतन राम मांझी ने महागठबंधन से अलग होकर उसे बड़ा झटका दिया था।
बिहार के विपक्षी महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) ने बुधवार को गठबंधन से बाहर निकलने के संकेत दिए हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र प्रसाद कुशवाहा की पार्टी रालोसपा के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव माधव आनंद ने बताया कि उनकी पार्टी अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले संभावनाओं को तलाशने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि गुरुवार को इस मामले पर हमने एक बैठक बुलाई है जिसमें हमारे राष्ट्रीय और राज्य कार्यकारिणी के सभी सदस्य शामिल होंगे। महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है और हमें कुछ समयबद्ध फैसले लेने की जरूरत है।
रालोसपा नेता ने महागठबंधन में समन्वय की कमी और जीतन राम मांझी के हाल में इसे छोड़ देने के बाद भी कोई सबक सीखने में इसकी विफलता पर नाराजगी व्यक्त की।
सीटों को लेकर टकराव : बताया जा रहा है कि रालोसपा ने विधानसभा चुनाव में करीब 35 सीटों की मांग की है जबकि राजद उपेंद्र की पार्टी को 10-12 सीटों से अधिक देने को तैयार नहीं है।