पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद आज कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री बनने का दावा नहीं किया है। बिहार का 'कौन बनेगा मुख्यमंत्री', इस सवाल पर उन्होंने कहा कि इस पर फैसला NDA को करना है। वैसे चौथी बार नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए औपचारिकता ही रह गई है। पता चला है कि वे दीवाली के बाद शपथ ले सकते हैं।
नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद पहली बार गुरुवार को जनता दल यूनाइटेड (JDU) कार्यालय में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों से मिलने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा, मैंने मुख्यमंत्री बनने का दावा नहीं किया है। राजग में शामिल पार्टियां मिलकर फैसला करेंगी कि राज्य का मुख्यमंत्री कौन होगा?
नीतीश ने चुनाव में जदयू को हुए सीटों के नुकसान के संबंध में एक सवाल के जवाब में कहा, हमारा अभियान पूरे राजग के लिए था। हम लोग एकसाथ मिलकर लड़े, एक-दूसरे को सहयोग भी किया लेकिन हम लोगों (जदयू) पर जानबूझकर प्रहार किया गया और अभियान चलाकर भ्रम पैदा किया गया। उन्होंने कहा कि इससे भाजपा को भी दो तीन सीटों पर नुकसान हुआ है लेकिन जदयू को बहुत सीटों पर नुकसान हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह राजग के घटक हैं और इस पर फैसला भाजपा को करना है कि ऐसे लोगों को राजग में रखना है या नहीं। उन्होंने कहा कि यदि उनके काम करने के बावजूद भी कोई भ्रमित करने में कामयाब होता है और लोग भ्रमित होकर वोट करते हैं तो ये उनका अधिकार है।
उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हें जब काम करने का मौका दिया तो उन्होंने हर क्षेत्र हर वर्ग के लिए काम किया और आगे भी वह बिना किसी भेदभाव किए सब के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि अब तक अपराध, भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता से उन्होंने समझौता नहीं किया है और आगे भी वह नहीं करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता के हाथ में ताकत है और वही मालिक है। उसका निर्णय हो गया है। राजग को बहुमत प्राप्त हुआ है और अब उसकी सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कौन होगा, उसके मंत्रिमंडल के सदस्य कौन होंगे और शपथ ग्रहण समारोह कब होगा, यह सब फैसला राजग की बैठक में होगा।
सोमवार को शपथ ले सकते हैं नीतीश : राजनीतिक हलकों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि नीतीश कुमार सोमवार को चौथे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। उसी दिन 'भाई दूज' त्योहार मनाया जाएगा, जिसे शुभ दिन माना जाता है।
राजभवन के सूत्रों ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह कब होगा, इसके बारे में उन्हें कोई संदेश नहीं मिला है। नीतीश कुमार को दोबारा शपथ ग्रहण लेने से पहले उन्हें राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपना होगा। इस बीच, मुख्य निर्वाचन अधिकारी एचआर श्रीनिवास ने गुरुवार को राजभवन जाकर विधानसभा चुनाव में विजयी उम्मीदवारों की सूची राज्यपाल को सौंपी।
राजग के नवनिर्वाचित विधायकों की औपचारिक बैठक अभी नहीं हुई है और राजग ने उन्हें अपना नेता औपचारिक रूप से घोषित नहीं किया है। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के शीर्ष नेताओं ने नीतीश को मुख्यमंत्री के रूप में समर्थन दिया है।