...और हाथ से चिपका रह गया लिंग

Webdunia
शनिवार, 19 जुलाई 2014 (12:57 IST)
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एक व्यक्ति के साथ बड़ी विचित्र घटना घटी, इसमें उसका लिंग उसके हाथ से ही चिपककर रह गया। हफिंगटन पोस्ट में डेविड मोई लिखते हैं कि डॉ. मैथ्यू वैलेंट शिकागो के इमरजेंसी रूम के डॉक्टर रहे हैं और यहां काम करते हुए उन्होंने बहुत से विचित्र मामले देखे हैं, लेकिन इनमें से कोई भी इतना विचित्र नहीं था जितना कि उस आदमी का मामला जिसका हाथ अपने लिंग पर सुपरग्लू से चिपककर रह गया था।

आगामी शनिवार को टीएलसी पर प्रसारित होने वाले 'सेक्स सेंट टू मी द ईआर' में डॉ. वैलेंट इसी घटना का विवरण सुनाएंगे और इसके अंतिम परिणाम का खुलासा वे इसके प्रसारण में करेंगे। उनका कहना था कि इस घटना के एक रात पहले पेशेंट (नाम और पता गुप्त) अपने घर में बिस्तर के पास वाला लैम्प ठीक कर रहा था और उसने सुपरग्लू की ट्‍यूब नाइटस्टैंड पर छोड़ दी थी। गोंद की ट्‍यूब के पास ही ल्यूब्रिकेशन ट्‍यूब (चिकनाई की ट्‍यूब) रखी थी।

आधी रात के समय इस युवक और उसकी पत्नी ने सेक्स करने का फैसला किया और उसने ल्यूब्रिकेंट को जल्दी से अपने लिंग पर लगाना चाहा। लेकिन यह क्या? उसका हाथ ही लिंग से चिपककर रह गया। दरअसल जिसे वह ल्यूब्रिकेंट की ट्‍यूब समझ रहा था वह सुपरग्लू की ट्‍यूब निकली। डॉक्टर का कहना था कि 'यह सीन देखने लायक था।'

 

और उसकी पत्नी का क्या हाल था... पढ़ें अगले पेज पर...

 


डॉ. वैलेंट का कहना था कि त्वचा का बहुत सारा भाग चिपक गया था। उसने थोड़ा सा ग्लू नहीं लगाया था। वास्तव में उसने बहुत बड़ी मात्रा में ग्लू लगा रखा था। केवल एकाध उंगली नहीं वरन सारी उंगलियां और पूरा हाथ लिंग से चिपक कर रह गया था। पर उसकी पत्नी इस बात को सोचकर परेशान नहीं थी कि कैसे पति के हाथ को लिंग से अलग किया जाए। डॉक्टर ने सुपरग्लू को दूर करने की तरकीबों पर विचार किया।

उन्हें सबसे ज्यादा सुझाव यह मिला कि वे नेल पॉलिश रिमूवर का इस्तेमाल करें। लेकिन इस हल में कुछ खतरे भी थे। डॉ. वैलेंट का कहना था कि इसमें समस्या यह थी कि जब आप किसी आंशिक रूप से खुले घाव पर एसिटोन डालते हैं तो यह स्थिति असामान्य रूप से तकलीफदेह होती है।

जब मैंने उसकी आंखों में देखते हुए यह सुझाव दिया तो मैं कह सकता हूं कि वह इस तरह का इलाज नहीं चाहता था। अन्य विकल्प यह थे कि गोंद पर गर्म या लगभग बहुत गर्म पानी डाला जाए या फिर प्रतीक्षा की जाए कि त्वचा की बाहरी परत गिर जाए लेकिन यह ऐसी प्रक्रिया थी जिसमें दो तीन दिन का समय लग सकता था।

आखिर कैसे मिला उसे छुटकारा, क्या कहा डॉक्टर ने... पढ़ें अगले पेज पर....


डॉ. वैलेंट का कहना है कि उसकी पत्नी चाहती थी कि जो सबसे जल्द इलाज हो सके, उसे किया जाए और नहीं लगता था कि वह अपने पति की हालत को लेकर बहुत अधिक चिंतित थी। वे कहते हैं कि वह रात का खाना बनाने को लेकर चिंतित थी और उसे अपने पति की हालत या इस स्थिति से कोई लेना देना नहीं था कि वह अत्यंत दुखदायी हालत में था।

डॉक्टर का कहना है कि वे यह नहीं बताएंगे कि उसे कैसे इस स्थिति से छुटकारा मिला, यह आपको प्रसारित होने वाले एपिसोड में देखने को मिलेगा। लेकिन वह निश्चित तौर पर जिंदा बच गया क्योंकि शो का शीर्षक है कि 'सेक्स सेंट मी टू दी मोर्ग (मुर्दाघर)' इसलिए वह पेशेंट भी इस एपिसोड में मौजूद रहेगा। वह बताएगा कि उसे सुपरग्लू से कैसे ‍छुटकारा मिला।