कुछ साल पहले तक मार्च में बड़ी फिल्मों के रिलीज करने से फिल्म निर्माता डरते और बचते थे। आमतौर पर यह महीना परीक्षाओं का रहता है। बच्चे पढ़ाई में व्यस्त हो जाते हैं तो माता-पिता भी सिनेमा देखना पसंद नहीं करते, लेकिन अब हालात इसलिए जुदा हैं क्योंकि बड़ी मुश्किल से फिल्म निर्माताओं को फिल्म रिलीज करने का मौका मिला है और वे इसे खोना नहीं चाहते। मार्च में 4 शुक्रवार आ रहे हैं और हर सप्ताह एक बड़ी या नामी सितारे की फिल्म रिलीज हो रही है।
4 मार्च को 5 फिल्में होंगी रिलीज
4 मार्च के शुक्रवार को 5 फिल्मों को सिनेमाघर में रिलीज किए जाने की घोषरा हुई है। ये हैं झुंड, तुलसीदास जूनियर, वन स्टोरी मेनी एंड्स, भीमला नायक (डब) और द बैटमैन (डब)। यानी कि हिंदी, दक्षिण भारतीय और हॉलीवुड मूवी में जोरदार मुकाबला है। हिंदी फिल्मों में झुंड को लेकर कुछ दर्शकों की उत्सुकता हो सकती है। इसमें अमिताभ बच्चन लीड रोल में हैं। तुलसीदास जूनियर को शायद ही दर्शक मिले। दक्षिण भारत में पहले सप्ताह में तहलका मचाने के बाद 'भीमला नायक' डब होकर रिलीज हो रही है और उम्मीद की जानी चाहिए कि इसे हिंदी में भी दर्शक मिलेंगे। 'द बैटमैन' का अपना अलग दर्शक वर्ग है। चुनिंदा मल्टीप्लेक्स और मेट्रो सिटीज़ में यह फिल्म अच्छा व्यवसाय कर सकती है।
11 मार्च राधे श्याम के नाम
11 मार्च को दक्षिण भारतीय स्टार प्रभास की 'राधे श्याम' रिलीज हो रही है जो एक रोमांटिक मूवी है। फिल्म को लेकर अभी तक वैसा क्रेज बना नहीं है जैसा एक बड़ी फिल्म को लेकर बनता है। यह एक बड़े बजट की मूवी है और इससे बहुत ज्यादा उम्मीद है। इसके साथ ही 'द कश्मीर फाइल्स' भी रिलीज होगी। '10 नहीं 40' नामक फिल्म भी 11 मार्च को रिलीज होगी।
18 मार्च होली पर बच्चन पांडे की टोली
होली के शुभ अवसर पर अक्षय कुमार की 'बच्चन पांडे' रिलीज होगी। फिल्म के ट्रेलर ने धमाल मचा दिया है। जबरदस्त मनोरंजक फिल्म लग रही है। फिल्म में अच्छे कलाकार हैं और ऐसा माना जा रहा है कि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धुआंधार शुरुआत करेगी। बॉलीवुड ने इस फिल्म से बहुत उम्मीद लगाई है और ट्रेलर ने जिस तरह का माहौल बनाया है उससे लग रहा है कि यह अपेक्षाओं पर खरी उतरेगी।
25 मार्च : आरआरआर का धमाका
कोविड के कारण आरआरआर का इंतजार लंबा हो गया और 25 मार्च को यह खत्म होगा। करोड़ों की लागत से तैयार और बाहुबली जैसी भीमकाय सफल फिल्म बनाने वाले एसएस राजामौली 'आरआरआर' लेकर आ रहे हैं जो कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक जोरदार ओपनिंग ले सकती है। राजामौली का नाम ही फिल्म को सफलता दिलाने के लिए काफी है। सवाल तो सिर्फ ये है कि क्या आरआरआर, बाहुबली से आगे निकलेगी?