Actors who have worked as assistant directors: बॉलीवुड इंडस्ट्री में पॉपुलर होने से पहले कई स्टार्स ने असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में काम करके फिल्म मेकिंग की बारीकियों को सीखा है। बता दे कि रणबीर कपूर, ऐश्वर्य ठाकरे से लेकर विक्की कौशल और वरुण धवन तक इन एक्टर्स ने जाने माने डायरेक्टर्स के साथ काम करके इंडस्ट्री में अपनी जर्नी को कैमरे के पीछे से शुरू किया है।
चलिए डालते हैं उनके करियर की शुरुआती दौर पर एक नजर और देखें कि किस तरह से उनके द्वारा ली गई एक्सपीरियंस ने उनके करियर को आकार दिया है।
रणबीर कपूर - ब्लैक से ब्लॉक बस्टर्स तक
बॉलीवुड के सबसे पॉपुलर और वर्सेटाइल एक्टर्स में से एक रणबीर कपूर ने अपने करियर की शुरुआत जाने माने फिल्ममेकर संजय लीला भंसाली की क्रिटिकल एक्लेम्ड फिल्म 'ब्लैक' (2005) में असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में की थी। इस अनुभव ने उन्हें फिल्म मेकिंग के बारे में जरूरी जानकारी दी जो उनके एक्टिंग करियर में मददगार साबित हुईं।
ब्लैक के सेट्स पर काम करने से रणबीर को फिल्म प्रोडक्शन के बारे में सीखने मिला और टैलेंटेड एक्टर को परफॉर्म करते देखने का मौका भी जो उनकी एक्टिंग करियर के लिए फायदेमंद साबित हुआ।
ऐश्वर्य ठाकरे - मास्टर से सीख रहे हैं फिल्मों के गुण
पॉलिटिक्स में मौजूद अपने भाइयों से अलग ऐश्वर्य ठाकरे ने अपने लिए एक्टिंग और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री का रास्ता चुना है। जिन्हें ट्रिविया पसंद है। हम बता दें कि ऐश्वर्य ने संजय लीला भंसाली के साथ बाजीराव मस्तानी की मेकिंग के समय काम किया था, जो की कई एस्पायरिंग एक्टर्स के लिए किसी सपने की तरह है। ऐश्वर्य के लिए बॉलीवुड के टॉप डायरेक्टर्स में से एक के साथ काम करना, उनकी सिनेमा की बारीकियों को मजबूत करने के लिए बेहद खास मौका था।
वरुण धवन – असिस्टेंट से लीड एक्टर तक
बॉलीवुड में अपना डेब्यू करने से पहले वरुण धवन ने बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर करण जौहर की फिल्म माय नेम इज खान (2010) में काम किया था। जौहर के मेंटोरशिप में काम करना वरुण धवन के लिए सीखने का एक बड़ा मौका था, जहां उन्होंने स्टोरी टेलिंग और डायरेक्शन की बारीकियां सीखीं। कैमरे के पीछे के उनके काम ने उनके एक्टिंग करियर के लिए एक मजबूत बेस तैयार किया। ऐसे में आज के दौर में उन्होंने कई हिट फ़िल्में दी हैं और साथ ही कई अलग अलग जॉनर में अपनी वर्सेटाइल एक्टिंग का दम दिखाया है।
विक्की कौशल – गैंग्स ऑफ वासेपुर से स्टारडम तक
विक्की कौशल ने अपने करियर की शुरुआत अनुराग कश्यप के असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में क्लासिक फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' (2012) से की थी। इस गंभीर, जटिल फिल्म पर काम करने से विक्की कौशल को कैरेक्टर डेवलपमेंट और कहानी कहने की गहरी समझ मिली। कश्यप की अलग तरह की फिल्म मेकिंग स्टाइल के जरिए विक्की कौशल को मिले अनुभव ने एक्टिंग की तरफ उनके नजरिए पर असर डाला है, जिससे वे बॉलीवुड में सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले एक्टर्स में से एक बन गए हैं।