वर्सेटाइल बॉलीवुड एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा को लगता है कि इस महामारी ने भारत में कंटेंट का लैंडस्केप हमेशा के लिए बदल कर रख दिया है। उनकी राय है कि ऑडियंस केवल नए और ताजातरीन सब्जेक्ट ही देखना चाहती है। दर्शक हर घिसे-पिटे सब्जेक्ट को खारिज कर देंगे।
परिणीति का साफ तौर पर कहना है, यह कंटेंट का जमाना है और हर कमजोर कंटेंट को ऑडियंस नकार देगी, क्योंकि आज दुनिया भर में तैयार होने वाले क्लटर-ब्रेकिंग कंटेंट तक उसकी पहुंच हो गई है। हम कलाकारों और फिल्म निर्माताओं को यह बात ध्यान में रखनी ही होगी।
वह आगे बताती हैं, मैंने दमदार कंटेंट वाले प्रोजेक्ट्स का रुख यह देख कर किया है कि मेरे आसपास का हर व्यक्ति, जिनमें मैं भी शामिल हूं, सिर्फ वही फिल्में या शो देख रहा है, जो लैंडमार्क हैं। तो कोई एवरेज किस्म की चीजें क्यों देखेगा?
परी को लगता है कि हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री के लिए यह सबसे बड़ा सबक होना चाहिए। वह खुलासा करती हैं कि उन्होंने केवल ऐसी स्क्रिप्ट चुनी हैं, जो बेहद दमदार हैं। इनमें एनीमल भी शामिल है, जिसमें वह रणबीर कपूर के अपोजिट मुख्य भूमिका निभा रही हैं।
उनका सुझाव है, हमारी इंडस्ट्री को इस महामारी से यही सीख और अहसास हासिल करना होगा। लैंडस्केप हमेशा के लिए तब्दील हो चुका है और हमें ब्रेथ-टेकिंग सिनेमा पेश करना होगा। महामारी ने दर्शकों का जायका बदल दिया है और हमें इस बात का पूरा खयाल रखना होगा कि उन्हें क्या चाहिए।
अपनी बात को समाप्त करते हुए परिणीति कहती हैं, एनीमल समेत मेरी सभी आगामी फिल्मों के सब्जेक्ट दमदार हैं, और दर्शकों के लिए अनूठे व नए भी हैं। ऑडियंस इन्हें देखेगी और बेहद पसंद करेगी। मैं सिर्फ उन्हीं स्क्रिप्ट की तलाश में हूं, जिनमें ऑडियंस को खुशी देने के लिए कोई नया कंटेंट मौजूद हो।