आपके अनुसार फिल्म 'सत्याग्रह' क्या है?
वास्तव में इस फिल्म में सत्याग्रह एक बैकड्रॉप है। इस बैकड्रॉप में पिता-पुत्र की कहानी को पेश किया गया है। इसमें एक ऐसा पिता है, जो अपना बेटा खो चुका है, तो वहीं एक बेटा है, जो कि अपने पिता को खो चुका है। और फिर किस तरह से परिस्थितियां इन दोनों को मिलाती हैं और इन दोनों के बीच पिता-पुत्र का रिश्ता विकसित हो जाता है, क्योंकि दोनों को एक-दूसरे में कुछ ऐसा मिलता है, जो कि वे पसंद नहीं करते हैं, फिर भी एक साथ आते हैं।
आपको लगता है कि फिल्म 'सत्याग्रह' में जो हल बताया गया है उसे लोग स्वीकार करेंगे?
जी हॉ! पूरा समाज और पूरा देश इस फिल्म में बताए गए हल को स्वीकार करेगा, क्योंकि इसमें बहुत ही आसान रास्ता बताया गया है।
आप फिल्म प्रकाश झा के लिए करते हैं या...?
मैं प्रकाश झा के लिए कोई फिल्म नहीं करता। मैं अच्छी कहानी वाली फिल्म में काम करता हूं। मैं मनोरंजक फिल्म से जुड़ता हूं। यदि 'सत्याग्रह' में मनोरंजन न होता तो मैं इस मुद्दे वाली फिल्म में भी काम न करता। 'आरक्षण' के वक्त मैंने प्रकाशजी को सलाह दी थी कि यह ठंडी फिल्म है। इसमें जो मुद्दा है, वह लोगों की समझ में नहीं आने वाला इसलिए मैं यह फिल्म नहीं करूंगा और आप भी इस फिल्म का निर्माण न करें। वैसे प्रकाश झा डाक्यूमेंट्री फिल्म नहीं बनाते।
अमिताभ बच्चन के साथ काम करने के क्या अनुभव रहे?
अमिताभ बच्चन के साथ सिर्फ 'सत्याग्रह' नहीं की है। इससे पहले भी कई फिल्में की हैं। हर फिल्म में उनके साथ काम करते हुए मैं सीखता ही आ रहा हूं। वे लीजेंड है। वे बहुत काम कर चुके। जितनी मेहनत वे करते हैं, उतनी मेहनत हम नहीं करते हैं।
कोई दूसरी फिल्म?
प्रभु देवा के साथ नई फिल्म 'एक्शन जैक्शन' की शूटिंग शुरू कर चुका हूं। यह एक्शन व कॉमेडी फिल्म है। उनके साथ काम करने के अब तक के अनुभव बहुत अच्छे रहे हैं। उनका सेंस ऑफ ह्यूमर बहुत बेहतरीन है। हां! डांस के लिए मुजे काफी मेहनत करनी पड़ रही है। इसके अलावा एक फिल्म 'सिंघम 2' भी कर रहा हूं।