यशराज स्टुडियो में जब आयुष्मान से मुलाकात हुई तो उन्होंने कहा कि ‘संगीत का शौक मुझे बचपन से रहा है। स्कूल के दिनों से गाने कम्पोज किया करता था। फ्री पीरियड मिला या बंक किया तो यही काम। मैं और मेरा दोस्त रोचक गाने गाते और धुन बनाते। ‘पानी दा रंग’ भी हमने बहुत पहले बना लिया था। मेरे पास कई गाने कम्पोज कर रखे हुए हैं जिन्हें वक्त के साथ सामने लाऊंगा।'
‘ओ हीरिये’ के बारे में आयुष्मान बताते हैं कि ‘आजकल सिंगल जारी करने का चलन है और इसी को देखते हुए मैंने और रोचक ने 'ओ हीरिये' बनाया गया है। यह सॉफ्ट पंजाबी रॉक है। वीडियो में हम इसे कहानी के रूप में पेश करेंगे और यह सिलसिला चलता रहेगा।
वीडियो में रिया चक्रवर्ती मेरे साथ है और इसे आशिमा छिब्बर ने निर्देशित किया है। इस बार मैंने कठिन पंजाबी शब्दों का उपयोग नहीं किया है और हिन्दी के शब्द भी सुनने को मिलेंगे। मुझे यकीन है कि यह गाना भी हिट होगा।
क्या संगीत का आयुष्मान ने विधिवत प्रशिक्षण लिया है? पूछने पर आयुष्मान कहते हैं कि ‘बचपन में कुछ दिनों के लिए लिया था, लेकिन मेरे लिए एक घंटे तक बैठे रहना मुश्किल हो जाता था इसलिए कुछ दिनों बाद सीखना छोड़ दिया। अब लगता है कि काश सीख लिया होता।
एक्टिंग और सिंगिंग में ज्यादा पसंद है?
‘बड़ा कठिन प्रश्न है। वैसे एक्टिंग ज्यादा पसंद है। सिंगिंग और म्यूजिक मेरा शौक है।' आयुष्मान ईमानदारी से स्वीकारते हैं ‘गायन के क्षेत्र में मेरी सीमाएं हैं। मैं क्लासिकल या सूफी नहीं गा सकता हूं।'
जहां तक फिल्मों का सवाल है तो आयुष्मान की दो-तीन फिल्ममेकर्स से बातचीत चल रही है। ‘एक बायोपिक कर रहा हूं, जिसमें मराठी लड़के का किरदार निभाऊंगा। यह 80 और 90 के दशक में सेट कहानी दिखाई जाएगी। यह फिल्म मेरे लिए चैलेंजिंग है। ‘हमारा बजाज’ भी कर रहा हूं।'
पिछले दिनों खबर आई थी कि ‘शोले’ के निर्देशक रमेश सिप्पी भी फिल्मों में वापसी करने की सोच रहे हैं और आयुष्मान को लेकर फिल्म बनाना चाहते हैं। क्या यह बात सही है?
‘उनके जैसे लीजेण्ड के साथ भला कौन काम नहीं करना चाहेगा। जरूर करूंगा, लेकिन अभी कुछ तय नहीं है।'