कर ले प्यार कर ले की क्या खासियत है?
यह एक जोश, उमंग और मौज-मस्ती से भरी फिल्म है। मैंने कबीर नामक किरदार निभाया है जो खतरों का खिलाड़ी है। इस फिल्म के बारे में ज्यादा तो नहीं बताऊंगा, लेकिन यह एक ऐसी फिल्म है जिसे पूरा परिवार देख सकता है।
इस समय कमर्शियल फिल्में भी धूम मचा रही है तो दूसरी ओर ऑफ बीट फिल्में भी पसंद की जा रही है। आप का रुझान किस तरह की फिल्मों की ओर है?
मेरा मानना है कि कंटेंट और स्क्रिप्ट ही किंग है। मैं हर उस स्क्रिप्ट के लिए तैयार हूं जो अच्छी हैं। मैं रणबीर कपूर और रणवीर सिंह की तरह काम करना चाहता हूं जिन्हें स्क्रिप्ट और कॉमर्स की अच्छी समझ है।
फिल्म की हीरोइन हरलीन के बारे में क्या कहेंगे?
हरलीन के साथ रिहर्सल करने के लिए समय नहीं मिला क्योंकि बिना हीरोइन के ही हमने शूटिंग शुरू कर दी थी। लेकिन जल्दी ही हमारे बीच अच्छी ट्यूनिंग हो गई। वे बेहद अनुशासित और कठोर परिश्रम करने वाली लड़की हैं। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है।
अभिनय में सबसे मुश्किल क्या लगा?
अभिनय करना आसान नहीं है। एक्टिंग करना काफी मेहनत का काम है, लेकिन आपकी मेहनत तब सफल हो जाती है जब आपके अच्छे शॉट पर पूरी यूनिट ताली बजाती है। शूटिंग के दौरान मैं धैर्यवान हो गया। दो शॉट के बीच लंबा अंतराल होता है और आपको धैर्य रखने की जरूरत होती है।
कर ले प्यार कर ले की शूटिंग के दौरान का कोई यादगार प्रसंग?
एक बार एक्शन सीन शूट किया जाना था, परंतु इस सीन के लिए जरूरी केबल्स सेट पर नहीं पहुंचे। मुझे जम्प करना था और बिना केबल के ही मैंने यह सीन किया। मेरे पैर में चोट आई। अगले दिन मुझे गाने की शूटिंग करना थी और मैंने दर्द निवारक दवाई खाकर शूटिंग की।
आपके परिवार पिता सुनील दर्शन और अंकल धर्मेश दर्शन ने कोई टिप्स दिए?
दोनों ने अभिनय, फिल्म मेकिंग और दुनिया के बारे में बताया। मेरे पिता हमेशा सेट पर मौजूद रहते थे और कुछ ठीक नहीं कर रहा होता तो वे तुरंत बताते थे।