क्या 'सिंघम रिटर्न्स' में करीना ने भी एक्शन किया है?
एक्शन और ड्रामा में फर्क होता है। 'सिंघम रिटर्न्स' में करीना बहुत ही एग्रेसिव ड्रामा करती नज़र आएंगी। उसमें उनका रोल एक जागरुक नारी है जो जब भी कुछ गलत देखती है तो चुप नहीं बैठती है बल्कि अपना गुस्सा दिखाती है।
अब आप सिर्फ कमर्शियल एक्शन फिल्मों में ही नज़र आते हैं?
इसकी एकमात्र वजह यह है कि मैंने लम्बे समय से ऐसी स्क्रिप्ट नहीं सुनी जिसे सुनकर मेरा मन उसे करने लिए हामी भर पाए। यदि मुझे फिर से 'प्यार तो होना ही था' जैसी फिल्म मिले तो मैं ज़रूर करना चाहुंगा। फिलहाल मेरे पास कमर्शियल फिल्मों के लार्जर देन लाइफ वाले किरदारों के ऑफर आ रहे हैं तो उन्हीं में से कुछ फिल्में कर रहा हूं। इसीलिए शायद मेरी इमेज वैसी बन गई है। पर अगर अच्छी स्क्रिप्ट मिले तो मैं आज भी समानांतर सिनेमा करना चाहूंगा।।
ओमपुरी का कहना है कि आज बॉलीवुड में फिल्में सिर्फ मनोरंजन के लिए बन रही है। उनमें कोई सामाजिक सन्देश नहीं होता है। तो क्या कलात्मकता के साथ समझौता हो रहा है?
नहीं, कहीं कोई समझौता नहीं किया जा रहा है। दर्शकों का मनोरंजन करना कठिन होता है। इस तरह की फिल्में बड़ी मेहनत से बनाई जाती हैं। फिल्में सन्देश देने के लिए नहीं मनोरंजन के लिए बनाई जाती हैं। इसलिए हमारी कोशिश लोगों का मनोरंजन करने के साथ सन्देश देने की भी होती है।
' सिंघम रिटर्न्स' 15 अगस्त को रिलीज़ हो रही है। क्या इसमें कोई राष्ट्रीय सन्देश है?
फिल्म तो मनोरंजन के लिए बनाई गई है, पर फिल्म में एक पुलिस अफसर भ्रष्टाचार, ब्लैक मनी और अन्याय के खिलाफ लड़ता है तो उसमें संदेश होना तो निहित है।