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अमिताभ बच्चन की टॉप 10 फिल्में जो देखी जा सकती हैं बार-बार, आप भी ट्राय करें ऑनलाइन

हमें फॉलो करें अमिताभ बच्चन की टॉप 10 फिल्में जो देखी जा सकती हैं बार-बार, आप भी ट्राय करें ऑनलाइन

समय ताम्रकर

, सोमवार, 10 अक्टूबर 2022 (19:23 IST)

जंजीर (1973)

एक ईमानदार और सख्त पुलिस अधिकारी एसीपी विजय खन्ना समाज में फैले भ्रष्टाचार को मिटाने की कोशिश करता है। अपनी प्रेमिका और दोस्त की मदद से वह वर्षों बाद उस शख्स से बदला भी लेता है जिसने उसके माता-पिता को मार डाला था। 
 
निर्देशक : प्रकाश मेहरा
कलाकार : अमिताभ बच्चन, जया बच्चन, प्राण, ओमप्रकाश, अजीत, बिंदु, इफ्तेखार 
हिट गानें :  *यारी है ईमान मेरा यार मेरी जिंदगी * दिलजलों का दिल जलाके क्या मिलेगा दिलरुबा 
 
क्या है खास? 
प्रकाश मेहरा को जब दिग्गज नायकों ने यह फिल्म करने से मना कर दिया तो हारकर उन्होंने अमिताभ को चुना। प्राण के साथ जब अमिताभ ने पहला शॉट दिया तो प्राण ने मेहरा को कोने में ले जाकर कह दिया कि यह लड़का सुपरस्टार बनेगा। एंग्रीयंग मैन की नींव ‘जंजीर’ से ही डली थी। अमिताभ के इस तेवर को निर्माता-निर्देशकों ने लंबे समय तक भुनाया। 
 
कहां देखें? 


दीवार (1975)

अपने अतीत के कारण विजय अपराधी बन जाता है। उसका भाई रवि एक ईमानदार पुलिस अधिकारी रहता है। दोनों के बीच दीवार तब खड़ी हो जाती है जब विजय के अपराध के बारे में रवि को पता चलता है और उसे  विजय को पकड़ने का काम सौंपा जाता है। 
 
निर्देशक : यश चोपड़ा
कलाकार : अमिताभ बच्चन, शशि कपूर, नीतू सिंह, परवीन बॉबी, निरुपा रॉय, सत्येन कप्पू, इफ्तेखार, मदनपुरी 
हिट गाने : * कह दूं तुम्हें या चुप रहूं * मैंने तुझे मांगा तुझे पाया है 
 
क्या है खास? 
उस समय हीरो नकारात्मक भूमिका निभाना पसंद नहीं करते थे। ‘दीवार’ में अमिताभ का चरित्र ग्रे-शेड लिए हुए था। अपने ईमानदार और आदर्श भाई के मुकाबले वह अपराध की दुनिया चुनता है। उसके इस कदम से नाखुश उसकी माँ भी उसका साथ छोड़ देती है। नकारात्मक भूमिका होने के बावजूद दर्शकों की सहानुभूति अमिताभ बटोर लेते हैं। भगवान पर गुस्सा होने और मंदिर की सीढि़यों पर माँ की गोद में दम तोड़ते हुए अमिताभ, हिंदी फिल्मों के उम्दा दृश्यों में से एक है। कई मानते हैं कि दीवार में बिग बी ने अपने करियर का श्रेष्ठ अभिनय किया है। 
 
कहां देखें? 
 

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शोले (1975)

दो छोटे-मोटे चोरों जय और वीरू को एक्स पुलिस ऑफिसर एक डाकू गब्बर‍ सिंह से उसका बदला लेने का काम सौंपता है। इस डाकू का गांव में खौफ है। बहादुर जय और वीरू किस तरह से गब्बर सिंह को पकड़ते हैं यह फिल्म में ड्रामा, रोमांस, कॉमेडी, इमोशन और एक्शन के तड़के के साथ दिखाया गया है। 
 
निर्देशक : रमेश सिप्पी
कलाकार : धर्मेन्द्र, अमिताभ बच्चन, संजीव कुमार, जया बच्चन, हेमा मालिनी, अमजद खान 
हिट गाने : * ये दोस्ती * मेहबूबा मेहबूबा * जब तक है जान * होली के दिन 
 
क्या है खास? 
हिंदी फिल्मों की सफलतम फिल्मों में से एक ‘शोले’ में जय और वीरू की जोड़ी ने गजब ढा दिया था। अमिताभ बच्चन ने बिना संवाद बोले अपनी आँखों और चेहरे के भावों के जरिए कई दृश्यों को यादगार बना दिया। फिल्म में जया बच्चन के साथ उनका रोमांस सिर्फ खामोशी के जरिए बयां हुआ। गब्बर को पकड़ने के लिए जय ने अपनी जान की बाजी लगा दी तो सिनेमाघर में लोगों की आँखों से आँसू निकल आए। फिल्म में जय को क्यों मार दिया? यह सवाल अभी भी लोग के दिलों को कचोटता है। भारत की सफलतम फिल्मों में से एक जिसने कई रिकॉर्ड बनाए। छोटे से छोटा किरदार लोकप्रिय हुआ और फिल्म के संवाद गली-गली गूंजे। 

कहां देखें? 
1) यूट्यूब : https://www.youtube.com/watch?v=_mMgACjwbOU 
2) अमेज़ॉन प्राइम

अमर अकबर एंथोनी (1977)

तीन भाई बचपन में बिछड़ जाते हैं। अलग-अलग धार्मिक परिवारों में उनकी प‍रवरिश होती है। बड़े होने के बाद वे मिलते हैं और उन लोगों से बदला लेते हैं जिन्होंने उन्हें अलग किया था। 
 
निर्देशक : मनमोहन देसाई
कलाकार : अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना, ऋषि कपूर, परवीन बाबी, शबाना आजमी, नीतू सिंह, निरुपा रॉय, प्राण, रंजीत, जीवन 
हिट गाने : * अमर अकबर एंथनी * हमको तुमसे हो गया है प्यार *परदा है परदा * शिर्डी वाले सांई बाबा 
 
क्या है खास? 
मनमोहन देसाई की ठेठ मसाला फिल्मों में से एक ‘अमर अकबर एंथोनी’ में अमिताभ एंथोनी बने हैं। इस फिल्म में उन्होंने लात-घूँसे भी चलाए और वे सारी हरकतें कीं, जो देसाई की फिल्मों में होती हैं। फिल्म के एक दृश्य में घायल अमिताभ आइने के सामने खड़े होकर आइने में मौजूद अपने अक्स की मरहम-पट्टी कर देते हैं। अकेले अमिताभ ने फिजूल की बातें करते हुए दर्शकों को खूब हँसाया था। यह ऐसा दौर था, जब अमिताभ परदे पर कुछ भी कर सकते थे और दर्शक कोई तर्क-वितर्क नहीं करते थे। इसे भारत की श्रेष्ठ कमर्शियल फिल्मों में से एक माना जाता है। 
 
कहां देखें?
1) यूट्यूब : https://www.youtube.com/watch?v=1PYqt_kMbS8
2) ने‍टफ्लिक्स
3)  अमेज़ॉन प्राइम

अग्निपथ (1990)

कांचा चीना से विजय बदला लेना चाहता है जिसने वर्षों पहले उसके पिता की हत्या कर दी थी। विजय अपराध की राह चुनता है और कांचा तक पहुंच जाता है, लेकिन इसके लिए उसे अपनी मां का क्रोध सहना पड़ता है। 
 
निर्देशक : मुकुल एस. आनंद
कलाकार : अमिताभ बच्चन, माधवी, मिथुन चक्रवर्ती, डैनी, नीलम कोठारी, रोहिणी हट्टंगडी, आलोकनाथ  
हिट गानें : * किसको था पता * आई एम कृष्णन अय्यर एम ए 
 
क्या है खास? 
अग्निपथ बॉक्स ऑफिस पर असफल रही थी, लेकिन टीवी पर खूब देखी गई। इस फिल्म को अमिताभ के यादगार अभिनय के कारण आज भी याद किया जाता है। अमिताभ ने इस फिल्म के लिए अपनी अभिनय शैली में परिवर्तन किया था। उन्होंने आवाज को बदल कर बोला। हालांकि उनका यह प्रयोग प्रशंसकों को पसंद नहीं आया और यह फिल्म की असफलता का मुख्य कारण माना गया। बाद में अमिताभ ने अपने संवाद उसी अंदाज में डब किए जिस अंदाज में पसंद किए जाते हैं, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। सफेद सूट पहने और लाल टीका लगाए अमिताभ ने अपने किरदार में आग फूंक दी थी। बेहतरीन अभिनय के लिए अमिताभ को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार भी इस फिल्म के लिए मिला।  
 
कहां देखें?
1) यूट्यूब : https://www.youtube.com/watch?v=Rxk1Nb0-oDo
2) अमेज़ॉन प्राइम

शक्ति (1982)

ईमानदार पुलिस ऑफिसर अश्विनी के बेटे विजय का अपहरण एक गैंगस्टर कर लेता है। रिहाई के लिए वह एक शर्त रखता है जिसे अश्विनी मानने से इंकार कर देता है। इससे विजय के मन में अपने पिता के प्रति प्यार कम हो जाता है। वह अपराध के रास्ते पर चल पड़ता है और इसको लेकर पिता-पुत्र में द्वंद्व होता है। 
 
निर्देशक : रमेश सिप्पी
कलाकार : दिलीप कुमार, अमिताभ बच्चन, राखी, स्मिता पाटिल, अमरीश पुरी, कुलभूषण खरबंदा 
हिट गानें : * जाने कैसे कब कहां * हमने सनम को खत लिखा 
 
क्या है खास? 
बॉलीवुड के दो दिग्गज अभिनेताओं को साथ में देखने का यह विरला अवसर। अमिताभ के सामने खुद उनके आदर्श महानायक दिलीप कुमार थे। उनका चरित्र अपने पिता से नाराज रहता है। अमिताभ ने अपने अभिनय का पूरा बारूद इस भूमिका को निभाने में झोंक दिया। अमिताभ ने खुद स्वीकारा था कि दिलीप साहब के सामने खड़े होकर अभिनय करना आसान नहीं था। उन्हें कई बार रीटेक देने पड़ते थे। किस ने श्रेष्ठ अभिनय किया? बहस जारी है।
 
कहां देखें? 
1) यूट्यूब : https://www.youtube.com/watch?v=l07fIG4bVt0

ब्लैक (2005)

एक जिद्दी शिक्षक देबराज नेत्रहीन एवं बधिर लड़की, मिशेल की क्षमताओं का विकास करने में उसकी मदद करता है। मिशेल के व्यवहार और ना सीख पाने के कारण कई बार वह झल्लाता है, लेकिन मैदान नहीं छोड़ता। 
 
निर्देशक : संजय लीला भंसाली
कलाकार : अमिताभ बच्चन, रानी मुकर्जी, आयशा कपूर, शेरनाज़ पटेल, धृतमान चटर्जी, नंदना सेन 
 
क्या है खास? 
अमिताभ को लगता है कि देबराज सहाय की भूमिका निभाकर अपने अभिनय के शिखर को उन्होंने छुआ है। इस फिल्म पर उन्हें गर्व है। एक सख्त टीचर अपने विद्यार्थी के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर देता है। इस फिल्म को देखने के बाद लगता है कि उएक अभिनेता के रूप में उनमें अनंत संभावनाएँ हैं। देबराज सहाय को केवल वे ही पर्दे पर उतार सकते थे।
 
कहां देखें? 
 


पा (2009)

दुर्लभ बीमारी प्रोगेरीया से ग्रस्त 12 वर्षीय ऑरो की परवरिश उसकी माँ द्वारा होती है। ऑरो अपने पिता के बारे में जानना चाहता है, लेकिन विद्या यह बात उससे छिपा कर रखती है। ऑरो अपने पिता का पता कर लेता है और उनके साथ समय व्यतीत करता है। 
 
निर्देशक : आर. बाल्की 
कलाकार : अमिताभ बच्चन, विद्या बालन, अभिषेक बच्चन, परेश रावल 
हिट गाने : *मुड़ी मुड़ी इत्तेफाक से * गुम सुम गुम 
 
क्या है खास? 
पा में बिग बी ने 12 वर्ष के एक ऐसे लड़के का रोल निभाया जो प्रोगेरिया से पीड़ित है। इतनी कम उम्र में उसकी हालत 70 वर्षीय बूढ़े जैसी है। अमिताभ का मेकअप इस तरह किया गया कि उन्हें पहचानना मुश्किल था। बिग बी ने कमाल का काम किया। उनकी सोच एक 12 वर्ष के बच्चे जैसी थी, लेकिन शरीर 70 वर्ष का। तालमेल बिठाना आसान नहीं था, लेकिन बिग बी ऐसे चैलेंजिंग रोल के लिए तो बने हैं। उत्कृष्ट अभिनय के लिए ढेर सारे पुरस्कार मिले, जिनमें बेस्ट एक्टर का राष्ट्रीय पुरस्कार भी शामिल है। खास बात यह भी है कि अमिताभ के पिता का रोल उनके बेटे अभिषेक बच्चन ने निभाया। 
 
कहां देखें? 


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पीकू (2015)

वास्तुकार पीकू ने शादी इसलिए नहीं कि उसके पिता भास्कर बैनर्जी की देखभाल कौन करेगा जिनकी उम्र बढ़ रही है। दोनों छोटे-छोटे मुद्दों पर लड़ते हैं और उनकी असमान विचारधारा है। दिल्ली से कोलकाता की सड़क यात्रा उन्हें  करीब लाती है। 
 
निर्देशक : सुजीत सरकार 
कलाकार : अमिताभ बच्चन, दीपिका पादुकोण, इरफान खान, मौसमी चटर्जी 
हिट गाने : * बेजुबान * तेरी मेरी बातें 
 
क्या है खास? 
अपनी तीसरी पारी में अमिताभ बच्चन ने लगातार कमाल किए हैं। 'पीकू' में उन्होंने बंगाली किरदार निभाया है जो कब्जियत का शिकार है। इस कारण वह नहीं चाहता कि उसकी बेटी शादी करे क्योंकि उसकी देखभाल कौन करेगा। अमिताभ ने अपने किरदार को इस खूबी से निभाया कि दर्शक दंग रह गए। आश्चर्य होता है कि इस अभिनेता के खजाने में अभी कितना कुछ बाकी है। ‍बेहतरीन अभिनय के लिए बिग बी को नेशनल अवॉर्ड भी मिला। 
कहां देखें? 
1) यूट्यूब : https://www.youtube.com/watch?v=yYr8q0y5Jfg

पिंक (2016) 

मीनल और उसके दोस्तों के साथ छेड़खानी होती है तो वह एक पॉवरफुल राजनेता के भतीजे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश करती है लेकिन मामला बिगड़ जाता है। लड़कियों को धमकी मिलती है। ऐसे समय सेवानिवृत्त वकील दीपक मुकदमा लड़ने में उनकी मदद करता है और पुरुषों की सोच पर सवाल उठाता है।  
 
निर्देशक : अनिरुद्ध रॉयचौधरी 
कलाकार : अमिताभ बच्चन, तापसी कन्नू, कीर्ति कुल्हारी, अंगद बेदी 
हिट गानें : * तुझसे ही है रोशनी 
 
क्या है खास? 
'पिंक' उन प्रश्नों को उठाती है जिनके आधार पर लड़कियों के चरित्र के बारे में बात की जाती है। लड़कियों के चरित्र घड़ी की सुइयों के आधार पर तय किए जाते हैं। कोई लड़की किसी से हंस बोल ली या किसी लड़के के साथ कमरे में चली गई या फिर उसने शराब पी ली तो लड़का यह मान लेता है कि लड़की 'चालू' है। यह फिल्म उन लोगों के मुंह पर भी तमाचा जड़ती है जो लड़कियों के जींस या स्कर्ट पहनने पर सवाल उठाते हैं। अदालत में अमिताभ बच्चन व्यंग्य करते हैं कि हमें 'सेव गर्ल' नहीं बल्कि 'सेव बॉय' पर काम करना चाहिए क्योंकि जींस पहनी लड़की को देख लड़के उत्तेजित हो जाते हैं और लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार करने लगते हैं। बच्चन साहब की सॉलिड एक्टिंग से सजी फिल्म है पिंक।  
 
कहां देखें? 
1) यूट्यूब : https://www.youtube.com/watch?v=VKGrQC6N3-E
2) हॉटस्टार
3) ने‍टफ्लिक्स

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