लता मंगेशकर का पसंदीदा खाना फिल्म खेल त्योहार शौक और कमजोरी

समय ताम्रकर
शनिवार, 22 जनवरी 2022 (18:29 IST)
28 सितंबर 1929 को इंदौर में जन्मीं लता मंगेशकर को ईश्वर के वरदान के रूप में जो आवाज मिली है, उसका सर्वोत्तम उपयोग मानव-कल्याण के लिए लताजी ने किया है। दुनिया में कोई स्त्री आज तक ऐसी नहीं हुई है, जिसने अपनी आवाज के बल पर इतनी दौलत और शोहरत अर्जित की हो। लताजी ने अपनी आवाज को हवा में बिखेरकर बच्चों से लेकर बूढ़ों तक को समय-समय पर सुकून पहुँचाया है। लोरी गाकर बच्चों को सुलाया है। युवा-वर्ग को उनके प्रेम-प्यार की अभिव्यक्ति दी है। बूढ़ों को उनके अकेलेपन में अपनी आवाज का सहारा दिया है। पूरा मंगेशकर ‍परिवार अपनी साधना, अपनी लगन, अपने परिश्रम से विश्वभर के संगीत श्रोताओं के लिए आदर्श के साथ प्रेरणा के स्रोत बना है। जब तक धरती पर सूरज-चाँद और सितारे रहेंगे, लता की आवाज हमारे आसपास गूँजती रहेगी। आइए जानें लता के बारे में कुछ दिलचस्प तथ्यों को :
 
ये भी पढ़िए: 
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

बॉलीवुड हलचल

ऐश्वर्या राय का फोन कॉल आते ही घबरा जाते हैं अभिषेक बच्चन! बताई वजह

उर्वशी रौटेला ने जीता था मिस यूनिवर्स इंडिया 2012 का ताज, लेकिन सुष्मिता सेन ने कर दिया बाहर!

जॉली एलएलबी 3 में दिखेगी अक्षय कुमार और अरशद वारसी की जोड़ी, इस दिन सिनेमाघरों में देगी दस्तक

बिहार दिवस पर जानें कैसे आमिर खान ने देशभर में लिट्टी चोखा को बनाया पॉपुलर!

सुपरबॉयज ऑफ मालेगांव और द बकिंघम मर्डर्स की असफलता पर एकता कपूर ने जताई निराशा

सभी देखें

जरूर पढ़ें

Loveyapa review: मोबाइल की अदला-बदली से मचा स्यापा

देवा मूवी रिव्यू: शाहिद कपूर और टेक्नीशियन्स की मेहनत पर स्क्रीनप्ले लिखने वालों ने पानी फेरा

Sky Force review: एयर फोर्स के जांबाज योद्धाओं की कहानी

आज़ाद मूवी रिव्यू: अमन-साशा की बिगड़ी शुरुआत, क्यों की अजय देवगन ने यह फिल्म

इमरजेंसी मूवी रिव्यू: कंगना रनौट की एक्टिंग ही फिल्म का एकमात्र मजबूत पक्ष

अगला लेख