बॉलीवुड में नेपोटिज्म का मुद्दा सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से ही गरमाया हुआ है। लोगों ने कई बड़े स्टार किड्स पर निशाना भी साधा। ऐसे में अब अभिषेक बच्चन ने भी इस मामले पर चुप्पी तोड़ी है। अभिषेक का कहना है कि आपका करियर दर्शकों पर निर्भर करता है।
नेपोटिज्म पर अभिषेक बच्चन का कहना है कि पिता ने उनके लिए कभी किसी से बात नहीं की। वो बताते हैं कि सच तो ये है कि उन्होंने किसी को फोन नहीं किया। अमिताभ बच्चन ने उनके लिए फिल्म नहीं बनाई। बल्कि अभिषेक ने बी पिता के लिए फिल्म को प्रोड्यूस किया था। उसका नाम था 'पा'।
अभिषेक ने बताया कि लोगों को समझना चाहिए कि ये बिजनेस है। पहली फिल्म के बाद अगर लोगों को आपमें कुछ नहीं दिखता है या फिल्म नहीं चलती है तो आपको अगला काम नहीं मिलेगा। यह जीवन का कड़वा सच है। उन्हें पता है जब उनकी फिल्में नहीं चलती तो उन्हें पता होता है कि उन्हें किन फिल्मों से रिप्लेस कर दिया गया है, कौन सी फिल्में नहीं बनाई गईं, जो कि शुरू की गईं और बजट न होने की वजह से बंद कर दी गईं क्योंकि उन पर मेकर्स जोखिम नहीं उठा सकते थे तो आपके सामने ये है मिस्टर अमिताभ बच्चन का बेटा होने का सच।
अभिषेक ने अपने ड्रीम रोल के बारे में बताया कि एक्टर बनने से पहले शाहरुख ने एक बार उनसे कहा था कि 'फेवरिट रोल वही होना चाहिए, जो प्रजेंट टाइम पर आप कर रहे हैं, क्योंकि अगर ऐसा नहीं है तो आपने इसे क्यों चुना।
बता दें कि अभिषेक बच्चन ने साल 2000 में फिल्म रिफ्यूजी से अपना डेब्यू किया था और आज उनको इंडस्ट्री में काम करते हुए 20 साल हो चुके हैं। वे जल्द ही अनुराग बसु की फिल्म 'लूडो' में नजर आएंगे। इसमें वह क्रिमिनल का रोल निभा रहे हैं।