Abhishek Kapoor : अपनी कहानी कहने की क्षमता से फिल्म उद्योग में प्रभावशाली परिवर्तन लाने वाले, फिल्ममेकर अभिषेक कपूर अपने 17वें साल में भी अनोखी और अद्भुत कहानियां कहना जारी रखते हैं। अपनी फिल्मों के साथ प्रासंगिक सामाजिक विषयों पर प्रकाश डालते हुए, कपूर की फिल्में फैंस को एक प्रगतिशील दृष्टिकोण के साथ जोड़ते हैं।
उनकी फिल्में समाज के हित के लिए खुले विचारों वाले संवाद को प्रोत्साहित करती हैं। चंडीगढ़ करे आशिकी, काई पो छे, फितूर, रॉक ऑन और केदारनाथ जैसी प्रशंसित फिल्मों के निर्देशन के लिए प्रसिद्ध अभिषेक कपूर इंडस्ट्री में एक चेंजमेकर रहे हैं, जो महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने का प्रयास करते हैं।
चंडीगढ़ करे आशिकी के साथ, वह ट्रांसजेंडर कम्युनिटी से जुड़े सोशल स्टिग्मा को बारीकी से संभालते हैं। एक ट्रांसवुमन की संवेदनशील कहानी के साथ मनोरंजन का मिश्रण करने की अपनी क्षमता से उन्होंने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में एक नया मानक स्थापित किया। फिल्म को न केवल दुनिया भर के क्रिटिक्स और फैंस द्वारा सराहा गया बल्कि इसने कई बेस्ट ओरिजिनल स्टोरी अवॉर्ड्स भी जीते।
साल 2006 में अभिषेक कपूर अपनी पहली फिल्म 'आर्यन' से निर्देशक बने। लेकिन यह उनकी 2008 की रॉक म्यूजिकल ड्रामा 'रॉक ऑन' थी!! जिससे उन्हें एक दूरदर्शी फ़िल्ममेकर के रूप में पहचान दिलाई। अभिषेक ने फिल्म लिखी भी और निर्देशित की, जिसने आउटस्टैंडिंग आर्टिस्टिक कॉन्ट्रिब्यूशन टुवर्ड्स सिनेमा के लिए बेस्ट हिंदी फिल्म का नेशनल अवॉर्ड और फिल्मफेयर अवॉर्ड जीता।
उनकी जीत का सिलसिला काई पो छे जैसी जॉनर-डीफायनिंग फिल्मों के साथ जारी रहा, जिसने बॉलीवुड के इतिहास में नया चैप्टर जोड़ा है। अभिषेक हिंदी सिनेमा में बदलाव की एक महत्वपूर्ण आवाज बने हुए हैं। वह अजय देवगन के साथ अपनी अगली फिल्म की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें राशा थडानी और अमन देवगन प्रमुख भूमिकाओं में हैं।
Edited By : Ankit Piplodiya