‘दो लफ्ज़ों की कहानी’’ में जब काजल को डर लगा...

Webdunia
अभिनेत्री काजल अग्रवाल का कहना है कि वह अपनी आगामी फिल्म ‘‘दो लफ्जों की कहानी’’ में चुंबन का एक दृश्य करने को लेकर डरी हुई थीं और उन्हें लगता था कि यह अतिशयोक्तिपूर्ण नहीं होना चाहिए।
दीपक तिजोरी द्वारा निर्देशित फिल्म ‘‘दो लफ्जों की कहानी’’ में रणदीप हुड्डा और काजल अग्रवाल मुख्य भुमिकाओं में हैं। काजल चुंबन के जिस दृश्य को लेकर डरी हुई थीं उसकी खासी चर्चा है और कहा जा रहा है कि उन्हें इसके बारे में पहले बताया नहीं गया था।
 
काजल ने कहा, ‘‘मै डरी हुई थी, लेकिन रणदीप ने इसे मेरे लिए बहुत आसान और सहज बनाया। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि मैं सहज रहूं। हमने बहुत सारी बातें की और मेरा संकोच खत्म हुआ।’’ 
 
अपनी बात आगे बढ़ाते हुए काजल कहती हैं ‘‘मैंने दक्षिण की फिल्मों में ऐसा नहीं किया था इसलिए झिझक रही थी। फिर मैंने इसका महत्व समझा और यह पटकथा का एक हिस्सा था। मुझे नहीं पता कि ये खबरें कहां से आती हैं। इस तरह की बातें कौन करता है। हम पेशेवर है और जो कुछ भी हम परदे पर करते हैं और वह पहले से तय रहता है।’’ 
 
‘‘स्पेशल 26’’ की अदाकारा ने कहा कि ‘‘दो लफ्जों की कहानी’’ बहुत संवेदनशील और खूबसूरत प्रेम कहानी है। फिल्म में काजल एक नेत्रहीन लड़की हैं और रणदीप एमएमए लड़ाके की भूमिका में हैं।(भाषा)
Show comments

बॉलीवुड हलचल

जानिए कौन हैं वामिका गब्बी, ऐश्वर्या राय संग हो रही जिनकी आंखों की तुलना

श्याम बेनेगल : फिल्मों में असली हिंदुस्तान की पड़ताल

वांटेड की शूटिंग के दौरान सलमान खान ने हेल्पर्स को गिफ्ट की थीं 35 साड़ियां

अनिल शर्मा ने की फिल्म वनवास को लेकर बात, बोले- 20 साल में एक बार आती हैं ऐसी फिल्में

पायल कपाड़िया की ऑल वी इमेजिन एज लाइट, एक भारतीय फिल्म जिसने रच दिया इतिहास

सभी देखें

जरूर पढ़ें

भूल भुलैया 3 मूवी रिव्यू: हॉरर और कॉमेडी का तड़का, मनोरंजन से दूर भटका

सिंघम अगेन फिल्म समीक्षा: क्या अजय देवगन और रोहित शेट्टी की यह मूवी देखने लायक है?

विक्की विद्या का वो वाला वीडियो फिल्म समीक्षा: टाइटल जितनी नॉटी और फनी नहीं

जिगरा फिल्म समीक्षा: हजारों में एक वाली बहना

Devara part 1 review: जूनियर एनटीआर की फिल्म पर बाहुबली का प्रभाव

अगला लेख