डिजिटल स्पेस में फ्रीडम है : राधिका आप्टे

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एक्ट्रेस राधिका आप्टे ने हर ज़ोनर की फिल्म में काम किया है और उन्होंने अपने अलग किरदारों से हमेशा नाम कमाया है। अच्छी बात यह है कि वे एंटरटेन्मेंट के हर मीडियम में अपना हाथ आज़मा रही हैं। वे डिजिटल मीडियम पर भी शॉर्ट फिल्मों में नज़र आती हैं। उनकी नज़र में डिजिटल मीडियम किसी और मीडियम से बेहतर है। 
 
राधिका आप्टे का मानना है कि डिजिटल स्पेस में फ्रीडम है। हालांकि इस मीडियम में काम करना कभी उनकी पसंद नहीं था। उन्होंने कई शॉर्ट फिल्म्स में काम किया है। इसके लिए उन्हें खासा पसंद भी किया गया है। वे नेशनल और रिज़नल दोनों इंडस्ट्री में काफी नाम कमा रही हैं। उन्होंने अहल्या, कृति, द कॉलिंग और स्टोरीज़ बाय रवींद्रनाथ टैगोर जैसी कई शॉर्ट फिल्म्स में काम किया है। 
 
अब राधिका जल्द ही अनुराग कश्यप के 'सेक्रेड गेम्स' और रोनी स्क्रूवाला की 'लस्ट स्टोरीज़' में नज़र आने वाली हैं। इसके अलावा वे अपनी पहली ऑनलाइन फीचर फिल्म 'घोल' में भी नज़र आएंगी। शॉर्ट फिल्म्स और वेब-सीरिज़ के अलावा वे कई लोकप्रिय ब्रांडों का भी चेहरा है। 
 
डिजिटल स्पेस में काम करने को लेकर राधिका का कहना है कि फिल्मों और डिजिटल स्पेस में काम करना भी वैसा ही है जैसा फिल्मों में काम करना, लेकिन डिजिटल मीडियम में निश्चित रूप से अधिक आज़ादी है। इसमें कोई सेंसरशिप नहीं है, इसलिए आप जो भी चाहते हैं उसे करने के लिए बहुत आज़ादी है और किसी चीज़ बारे में चिंता करने की ज़रुरत नहीं। 
 
राधिका की अगली फिल्म 'बाज़ार' होगी। साथ ही वे श्रीराम राघवन की 'शूट द पियानो प्लेयर' में भी नज़र आएंगी। 

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