अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने नई दिल्ली स्थित सिरी फोर्ट में 27 जनवरी को जो भाषण दिया उसमें उन्होंने शाहरुख खान का भी नाम लिया। ओबामा के मुताबिक शाहरुख, मैरीकॉम और मिल्खा सिंह पर हर भारतीय पर गर्व है।
गौरतलब है कि शाहरुख खान को कुछ मौकों पर अमेरिका में अपमानित होना पड़ा है। उनके सरनेम 'खान' होने के कारण हवाई अड्डे पर उनसे कड़ी पूछताछ की गई है। लगभग तीन वर्ष पहले शाहरुख से न्यू यॉर्क एअरपोर्ट पर दो घंटे से भी ज्यादा कड़ी पूछताछ की गई थी। शाहरुख उस समय येल यूनिवर्सिटी में लेक्चर देने के लिए नीता और मुकेश अंबानी के साथ गए थे। इन दोनों को तुरंत क्लीयर किया गया, लेकिन शाहरुख को इम्मिग्रेशन क्लीयरेंस देने के लिए दो घंटे से ज्यादा का समय लिया गया।
साथ ही ओबामा ने शाहरुख की ही फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' के एक संवाद का भी जिक्र किया।
अमेरिका में खान सरेनम होने के कारण कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ता है इस पर शाहरुख को लेकर करण जौहर ने 'माय नेम इज खान' फिल्म भी बनाई थी।
शाहरुख खान विदेश में कितने लोकप्रिय हैं इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनका जिक्र ओबाम ने अपने भाषण में किया। जिस तरह से मोदी के मामले में अमेरिकी रूख में परिवर्तन आया है शायद वैसा ही परिवर्तन अब शाहरुख को लेकर आया हो।
इस बात के कई मतलब निकाले जा सकते हैं, फिलहाल किंग खान को खुश होने का अवसर ओबामा ने दे दिया।