12 वर्ष... क्या अब बन पाएगी शेखर कपूर की 'पानी'?

Webdunia
शेखर कपूर निसंदेह बेहतरीन फिल्म निर्देशक हैं, लेकिन वे बेहद धीमी गति से काम करते हैं। उनके द्वारा बनाई गई फिल्मों से ज्यादा संख्या उनके द्वारा निरस्त की गई फिल्मों की है। 'पानी' उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है। 12 वर्ष पहले उन्होंने 'पानी' फिल्म बनाने की बात की थी, लेकिन यह फिल्म अब तक नहीं बन पाई है। पहले शेखर इसे पश्चिम के कलाकारों के साथ बनाना चाहते थे, लेकिन यह फिल्म नहीं बन पाई। 
 
कुछ वर्ष पहले आदित्य चोपड़ा ने इस प्रोजेक्ट में दिलचस्पी ली। शेखर की इस महत्वाकांक्षी फिल्म में वे पैसा लगाने के लिए तैयार हो गए। सुशांत सिंह राजपूत को लीड रोल निभाने के लिए चुन लिया गया। 'पानी' के लिए सुशांत ने कई फिल्में ठुकरा दीं। दो वर्ष बाद फिल्म के बजट को लेकर आदित्य और शेखर में सहमति नहीं बन पाई और दोनों अलग हो गए। खामियाजा सुशांत को भुगतना पड़ा। उनके दो वर्ष बेकार हो गए। 
अब शेखर फिर पश्चिम की ओर मुड़े हैं। खबर है कि उन्हें फाइनेंसर मिल गए हैं। दो हॉलीवुड कलाकारों के साथ वे यह फिल्म बनाएंगे। यह फिल्म आने वाले समय में 'पानी' की कमी से होने वाली मुसीबतों को रेखांकित करती है। संभव है कि अगला विश्वयुद्ध पानी को लेकर हो। पानी की कमी दिन प्रतिदिन कम होती जा रही है। 
 
शेखर का कहना है कि 12 वर्ष पहले जब उन्होंने अपने इस आइडिए के बारे में लोगों को बताया तो सभी ने हंसी उड़ाई, लेकिन अब सभी सहमत हैं। शेखर चाहते हैं कि पानी खत्म हो उसके पहले वे फिल्म बना ले। 

Show comments

बॉलीवुड हलचल

द साबरमती रिपोर्ट की एडवांस बुकिंग हुई शुरू, इस दिन रिलीज हो रही फिल्म

इंतजार खत्म, अल्लू अर्जुन की पुष्पा 2 : द रूल का ट्रेलर पटना के गांधी मैदान में इस दिन होगा लॉन्च

Children's Day 2024 : फिल्मों में इन बाल कलाकारों ने दिखाया जलवा

शादी की सालगिरह पर रणवीर सिंह ने लुटाया दीपिका पादुकोण पर प्यार, शेयर की अनसीन तस्वीरें

लगातार दो हिट फिल्मों के साथ तृप्ति डिमरी ने बॉक्स ऑफिस पर मचाया धमाल

सभी देखें

जरूर पढ़ें

भूल भुलैया 3 मूवी रिव्यू: हॉरर और कॉमेडी का तड़का, मनोरंजन से दूर भटका

सिंघम अगेन फिल्म समीक्षा: क्या अजय देवगन और रोहित शेट्टी की यह मूवी देखने लायक है?

विक्की विद्या का वो वाला वीडियो फिल्म समीक्षा: टाइटल जितनी नॉटी और फनी नहीं

जिगरा फिल्म समीक्षा: हजारों में एक वाली बहना

Devara part 1 review: जूनियर एनटीआर की फिल्म पर बाहुबली का प्रभाव

अगला लेख