महाराष्ट्र के कई जिलों में बाढ़ ने कहर बरपा रखा है। वही इस मुश्किल घड़ी में एक बार फिर मदद के लिए सोनू सूद आगे आए हैं। सोनू सूद उन लोगों की मदद कर रहे हैं जो आंतरिक क्षेत्रों में फंस गए हैं और उनके पास बुनियादी ज़रूरतें नहीं हैं। सोनू सूद चिपलून, महाड और कई अन्य आंतरिक क्षेत्रों जैसे स्थानों पर राहत पैकेज भेजने जा रहे हैं।
इस बारे में सोनू सूद कहते हैं, ये गांव बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, और ये सभी प्रमुख राजमार्गों से 20-30 किलोमीटर दूर हैं। इसलिए राहत सामग्री वहां नहीं पहुंची है। इन गांवों के सरपंचों से हम पहले ही बात कर चुके हैं। बकेट, गिलास, बर्तन, चटाई, कपड़े और यहां तक कि खाने-पीने का सामान जैसी बुनियादी जरूरतें सभी भेजी जा रही हैं। मेरी टीम व्यक्तिगत रूप से परिवारों को देने के लिए वहां मौजूद रहेगी। कुछ ट्रक कल पहुंचेंगे और कुछ और एक दिन बाद पहुंचेंगे।
राजमार्गों के आस-पास के स्थानों पर काफी राहत सामग्री पहले ही पहुंच चुकी है, लेकिन अंदरूनी गांवों को अभी भी उचित जरूरत की चीजें नहीं मिल पा रही हैं। सोनू और उनकी टीम इन अंदरूनी गांवों तक पहुंचने की पूरी कोशिश कर रही है। क्षेत्रपाल, रुद्राणी, दोंडाशी व अन्य कई गांवों को राहत सामग्री मिलेगी। पूरे क्षेत्र के 1000 से अधिक घरों को ये राहत सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी और राहत सामग्री के साथ दूसरा ट्रक 4 दिनों में गांवों तक पहुंच जाएगा।
मुख्य उद्देश्य इन ग्रामीणों को पर्याप्त राहत सामग्री वितरित करना है ताकि वे इतनी बड़ी प्राकृतिक आपदा का सामना करने के बाद एक बार फिर से अपने पैरों पर खड़े हो सकें। सूद चैरिटी फाउंडेशन की टीम हर व्यक्ति की मदद के लिए अपने स्तर पर प्रयास कर रही है। आइए हम भी कोशिश करें और इन जरूरतमंद लोगों की मदद करने की पूरी कोशिश करें।