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सोनू सूद को ऑफर हुआ था सीएम का पद, बताया क्यों नहीं की राजनीति में एंट्री

हमें फॉलो करें सोनू सूद को ऑफर हुआ था सीएम का पद, बताया क्यों नहीं की राजनीति में एंट्री

WD Entertainment Desk

, गुरुवार, 26 दिसंबर 2024 (10:46 IST)
कोरोनाकाल में बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद गरीबों के मसीहा बनकर उभरे थे। चाहे लॉकडाउन के दौरान फंसे लोगों को उनके घर तक पहुंचना हो या फिर किसी को जरूरत मुहैया करना हो सोनू सूद हर समय आगे खड़े नजर आए। 2020 से शुरू हुआ सोनू सूद के नेक कामों का सिलसिला अभी भी जारी है। 
 
सोनू सूद के घर के बाहर अभी भी मदद मांगने आए लोगों की भीड़ लगी रहती है। वहीं लंबे वक्त से माना जा रहा है कि सोनू सूद राजनीति में एंट्री करेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हालांकि उनकी बहन ने जरूर आम आदमी पार्टी के टिकट से पंजाब से चुनाव लड़ा था। 
 
हाल ही में ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे को दिए एक इंटरव्यू में सोनू सूद ने खुलासा किया कि उन्हें मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री बनने के ऑफर मिले थे। उन्होंने कहा, मुझे मुख्यमंत्री पद की भी पेशकश की गई थी। जब मैंने इनकार कर दिया, तो उन्होंने कहा, 'तब डिप्टी सीएम बनो।' ये देश के बहुत प्रभावशाली लोग थे, जिन्होंने मुझे राज्यसभा में सीट देने का भी ऑफर दिया था।
 
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सोनू सूद ने कहा, मुझसे कहा गया कि राज्यसभा की सदस्यता ले लें हमारे साथ जुड़ें, आपको राजनीति में किसी भी चीज़ के लिए लड़ने की ज़रूरत नहीं है। बड़ा उत्साहित दौर होता है जब बड़े-बड़े लोग चाहते हैं कि आपसे मिलना चाहते हैं और चाहते हैं कि आप कुछ कर लो इस दुनिया में आकर। 
 
उन्होंने कहा, जब आप पॉपुलर होना शुरू होते हैं तो आप ऊपर जाना शुरू करते हैं लाइफ में। ऊपर हमेशा ऑक्सीजन कम होती है। हम जाना तो चाहते हैं ऊपर, लेकिन ऑक्सीजन बड़ी कम होती है। तो आप कितनी सांस ले सकते हो वो बहुत जरूरी है। तो मुझे किसी ने बोला कि बड़े लोग तुम्हें ऑफर कर रहे हैं डिप्टी सीएम, सीएम, तुम करते नहीं? आपकी इंडस्ट्री के कई बड़े कलाकार इसे हासिल करने का सपना भी नहीं देख सकते और आप इनकार कर रहे हैं?'
 
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सोनू सूद ने राजनीति में न जाने का कारण बताते हुए कहा, लोग दो कारणों से राजनीति में आते हैं, एक पैसा कमाने के लिए या सत्ता हासिल करने के लिए। मुझे इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है। अगर यह लोगों की मदद करने के बारे में है, तो मैं पहले से ही वह कर रहा हूं। अभी मुझे किसी से पूछने की जरूरत नहीं है। अगर मैं किसी की मदद करना चाहता हूं, चाहे उनकी जाति, भाषा या धर्म कुछ भी हो, तो मैं अपने दम पर ऐसा करता हूं। कल, मैं किसी और के प्रति जवाबदेह हो सकता हूं, और इससे मुझे डर लगता है। मुझे अपनी स्वतंत्रता खोने का डर है।
 
उन्होंने कहा, मेरे पास सिक्योरिटी आ जाएगी बड़ी तगड़ी, मेरे पास दिल्ली में घर आ जाएगा, मेरे पास एक ओहदा आ जाएगा। किसी ने बोला था कि तुम्हारे पास एक लेटर हेड आएगा जिसपर सरकारी स्टैम्प लगी होती है, बहुत पावर होती है उसके अंदर। तो मैंने बोला, 'भाई अच्छा लगा है, मुझे भी सुनने लगता है। मगर अभी मैं फिलहाल तैयार नहीं हूं।'

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