actor vishal accuses CBFC: साउथ फिल्मों के एक्टर विशाल ने सेंट्रस बोडँ ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। विशाल ने दावा किया है कि उन्हें अपनी फिल्म 'मार्क एंटनी' के हिंदी वर्जन का सेंसर सर्टिफिकेट लेने के लिए सीबीएफसी को 6.5 लाख रुपए की घूस देनी पड़ी थी।
विशाल का कहना है कि अपने दावों को सही साबित करने के लिए उनके पास सबूत भी है। उन्होंने एक वीडियो शेयर करके इसके बारे में बताया है। विशाल की साइंस फिक्शन फिल्म 'मार्क एंटनी' 15 सितंबर को रिलीज हुई है। वहीं फिल्म का हिंदी वर्जन 28 सितंबर को रिलीज हुआ।
वीडियो शेयर करते हुए विशाल ने लिखा, पर्दे पर क्रप्शन जैसा मुद्दा दिखाना ठीक है, मगर असल जिंदगी में ये सही नहीं है। ये हजम नहीं होता है। वो भी तब जब सरकारी अफसर हो। मगर सीबीएफसी मुंबई ऑफिस में ऐसा ही हो रहा है। मुझे भी मार्क एंटनी फिल्म के हिंदी वर्जन को पास कराने के लिए 6.5 लाख रुपए देने पड़े।
वीडियो में विशाल कहते हैं, हमने सर्टिफिकेट के लिए ऑनलाइन आवेदन भरा था और हमें आखिरी पल में यहां आना पड़ा क्योंकि कोई तकनीकी दिक्कत हो गई थी। लेकिन मुंबई के सीबीएफसी ऑफिस में जो हमारे साथ हुआ उससे हम हैरान थे। जब मेरे साथी उस ऑफिस पहुंचे तो उन्हें कहा गया की 6.5 लाख रुपए जमा करवा दीजिए आपको आज ही सर्टिफिकेट मिल जाएगा।
विशाल ने बताया, हमें और कोई ऑप्शन नहीं दिया गया। सीबीएफसी में स्क्रीनिंग के लिए हमें 3 लाख देने थे और सर्टिफिकेट पाने के लिए और 3.5 लाख। एक महिला अधिकारी थीं, जिन्होंने बताया कि पैसे तो देने होंगे। हमारे पास उन्होंने कोई ऑप्शन नहीं छोड़ा तो मैंने ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर किए। मैंने मैनेजर को साफ कह दिया था कि हम इन्हें कैश में तो पैसा नहीं देंगे। लेकिन ये कमाई हमारी मेहनत की थी। जो कि ऐसे घूस में बर्बाद हो गई।
एक्टर ने कहा, उनकी मेहनत की कमाई करप्शन में चली गई। वह सच सबके सामने लाना चाहते हैं। इसी के साथ उन्होंने महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग करते हुए अपील की कि इस मामले की जांच हो।
Edited By : Ankit Piplodiya