पान सिंह तोमर में शानदार अभिनय के लिए इरफान को चारों ओर से बधाइयां मिल रही हैं और वे खुश हैं कि उनके अभिनय को सराहा जा रहा है। इरफान इस बात से भी खुश हैं कि तिग्मांशु ने उन्हें ध्यान में रखकर ही फिल्म की स्क्रिप्ट तैयार करी और वे उनकी उम्मीदों पर खरा उतरे।
इरफान के मुताबिक पान सिंह की भूमिका निभाना उनके लिए बड़ा चैलेंज था क्योंकि एथलीट वाले हिस्से के लिए उन्हें विशेष तैयारी करना थी। खातसौर पर उन्हें अपना शरीर ऐसा बनाना था जिससे वे एथलीट नजर आएं। इसके लिए उन्होंने नेशनल लेवल के कोच से स्टेपलचेज़ की ट्रेनिंग ली। साथ ही दो महीने तक उन्होंने उस बोली के उच्चारण सीखे जो चम्बल में बोली जाती है।
चम्बल में शूटिंग के दौरान इरफान को खूब मजा आया। उनका कहना है कि चम्बल बेहद खूबसूरत है। वहां पर शूटिंग करना खतरनाक है इसलिए शाम को पांच बजे बाद उन्हें शूटिंग करने की इजाजत नहीं थी, लेकिन कभी भी उनके साथ कोई दुर्घटना नहीं घटी।
पान सिंह तोमर लंबे से बनकर तैयार है और अब जाकर रिलीज हुई है। इस बारे में इरफान बताते हैं कि कई फिल्म समारोह में अनसेंसर फिल्मों को ही दिखाया जाता है। वहां पर ‘पान सिंह तोमर’ को भेजा गया इसलिए फिल्म के रिलीज में देरी हुई। साथ ही पिछले पांच-छ: महीनों में बड़ी फिल्मों के रिलीज का ऐसा दबाव था कि पान सिंह जैसी छोटी फिल्म का रिलीज होना संभव नहीं था।