सिनेमाघर भी कर सकते हैं पाकिस्तानी कलाकारों की फिल्मों का बहिष्कार

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पाकिस्तानी कलाकारों द्वारा अभिनीत बॉलीवुड फिल्मों के प्रति रोष बढ़ता जा रहा है। अधिकतर लोगों का मानना है कि इन कलाकारों को भारतीय फिल्मों में अवसर नहीं देना चाहिए। जो फिल्में तैयार हैं उनके खिलाफ कुछ राजनीतिक दल हैं जो कह रहे हैं कि पाकिस्तानी कलाकारों की फिल्म वे रिलीज नहीं होने देंगे। 
इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (इम्पा) ने भी फरमान जारी कर दिया है कि पाकिस्तानी कलाकारों को लेकर फिल्म नहीं बनाई जाए। पाकिस्तानी कलाकारों के लिए स्थिति  और खराब हो सकती है क्योंकि सिनेमाघर मालिकों की संस्था (सीओईएआई) भी योजना बना रही है कि वे उन फिल्मों को अपने सिनेमाघर में नहीं चलाएंगे जिनमें पाकिस्तानी कलाकार हैं। 
 
सीओईएआई के अध्यक्ष नितिन दातार का कहना है कि उनकी संस्था की जल्दी ही बैठक होने वाली है जिसमें इस बात पर गंभीरता से विचार किया जाएगा कि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए क्या पाकिस्तानी कलाकारों की फिल्मों का बहिष्कार किया जाना चाहिए। 
 
दातार के अनुसार उन्हें कई सिनेमाघर मालिकों ने कहा कि हमें इस दिशा में तुरंत काम करना चाहिए और आम आदमी की भावनाओं का ध्यान रखना चाहिए। 
 
क्या करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' दिवाली पर रिलीज होती है तो उसका भी बहिष्कार किया जाएगा? इस पर नितिन का कहना है कि महत्वपूर्ण यह है कि करण जौहर अपनी चुप्पी तोड़े और पाकिस्तानी कलाकारों के भारतीय फिल्मों में काम करने के बारे में कुछ बोले। 
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