‘ओम शांति ओम’ के खिलाफ मनोज

Webdunia
WDWD
अगस्त 2008, चैन्नई ( लिफी थॉम स): नागपुर की पुष्पा नामक महिला को अपनी दुकान में बेहतर व्यवस्था के लिए 5000 रूपए के लोन की ज़रूरत थी। अपनी आय की पूर्ति के लिए उसने सिक्के वाला सार्वजनिक टेलिफोन बूथ अपनी दुकान पर रखा। साथ ही सिलाई का काम भी शुरु किया। वह आने वाले समय में अपनी दुकान में किराने का सामान रखना भी शुरू करना चाहती थी ।

टेक्सस् इंस्ट्रूमेंट्स के समर्थ नामक व्यक्ति को माइक्रो-लेंडिंग का विचार पसंद आया और उसने लघु उद्यमी पुष्पा को एक साल के लिए 1000 रूपए का लोन देने का निर्णय लिया। इस लोन की ब्याजदर 3.5 प्रतिशत तय की गई ।


समर्थ और पुष्पा के बीच पुल का काम किया माइक्रो-लेंडिंग संस्था ने जिसका नाम हैं ‘रंग द े ’। रंग दे की मदद से समर्थ अपनी सामाजिक ज़िम्मेदारी पूरी कर पाया और पुष्पा के लिए आर्थिक स्वतंत्रता की राह खुल गई। ‘रंग द े ’ भारत की पहली ऑनलाइन माइक्रो लेंडिंग की वेब साइट है जिसका निर्माण राम एन.के और स्मिता राम ने किया है।


इंटरनेट के माध्यम से यह साइट बहुत से निवेशकों और ज़रूरतमंद उद्यमियों के लिए एक नई दिशा का काम करेगी। इस परमार्थिक संस्था के ज़रिए बहुत से लघु उद्यमियों की सहायता हो पाएगी।


इसे बनाने का निर्णय दिसंबर 2006 में लिया गया। गणतंत्र दिवस के दिन पहली बार इस वेब साइट को डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू पर लाँच किया गया। राम एन.के और स्मिता राम हमेशा से ही समाज के विकास के लिए कार्यरत रहे हैं। उनका कहना है कि इस वेब साइट को वो राष्ट्रीय स्तर पर लाँच करना चाहते थे। राम के अनुसार - ‘ ’ हमने कुछ बेंच मार्क भी इसके लिए बनाए थे। हम चाहते थे कि यह भारतीय रहे, लोग इसको देखकर कुछ कदम भी उठाएँ । ''


राम एक सॉफ्टवेयर कंसल्टेंट हैं और बहुत सी कंपनियों के साथ काम कर चुके हैं । जिसमें सत्यम कंप्यूटर भी शामिल है। स्मिता के सामाजिक कार्यों के अनुभव और राम के सॉफ्टवेयर डेवेलप्मेंट के अनुभव से यह मुमकिन हो पाया है।


राम ने कहा - ‘ ’ इसके लिए सबसे पहले उन्होंने डोमेन नेम ‘ ’ रंग दे(शेयरिंग एंड स्प्रेडिंग द कलर्स ऑफ जॉय) ’ ’ को रजिस्टर करवाने का निर्णय लिया ।‘ ’ यह नाम राम के द्वारा ही दिया गया था। स्मिता के अनुसार - सितंबर 2007 में उन्होने ‘रंग द े ’ को अपना पूरा समय देने के लिए नौकरी छोड़ दी। बहुत से लोग इससे जुड़े और अपना समय इसे दिया और इस तरह शुरूआत हुई ‘रंग द े ’ की। नियती टेक्नोलोजिस को अपने पार्टनर के रूप में पाना एक बड़ी उपलब्धि थी। इस फर्म ने ‘ रंग द े ’ के परमार्थिक कार्य के लिए 50 प्रतिशत की छूट दी।


राम जब भारत में आयोजित दो दिवसीय कॉन्फ्रेन्स के लिए आए, तो यहाँ आकर उनका उत्साह और बढ़ गया।यहाँ उन्हें बहुत लोगों से इक्विटी के प्रस्ताव भी मिले।उन्हें आईसीआईसीआई फॉउन्डेशन की तरफ से एक साल के लिए इस कार्य को संचालित करने के लिए सहायता भी मिली ।
  इंटरनेट के माध्यम से यह साइट बहुत से निवेशकों और ज़रूरतमंद उद्यमियों के लिए एक नई दिशा का काम करेगी। इस परमार्थिक संस्था के ज़रिए बहुत से लघु उद्यमियों की सहायता हो पाएगी।      

अब तक ‘रंग द े ’ ने महाराष्ट्र और तमिलनाडू के लगभग 56 लघु उद्यमियों की मदद की है और 38 निवेशकों ने उनका साथ दिया। इस कार्य को आगे बढ़ाने के लिए और भी कई योजनाएँ हैं। ‘रंग द े ’ को उम्मीद है कि तीसरा साल और भी अच्छा रहेगा।

Show comments

बॉलीवुड हलचल

आर्मी बैकग्राउंड से ताल्लुक रखती हैं ये बॉलीवुड हसीनाएं, पिता दे चुके हैं भारतीय सेना में सेवा

श्रेया घोषाल ने पोस्टपोन किया मुंबई कॉन्सर्ट, बोलीं- इस समय देश के साथ खड़ा होना जरूरी...

ऑपरेशन सिंदूर पर भोजपुरी स्टार पवन सिंह ने बना डाला धमाकेदार गाना, क्या आपने सुना?

ऑपरेशन सिंदूर मूवी का हुआ ऐलान, फर्स्ट लुक पोस्टर देख भड़के यूजर्स, मेकर्स को लगाई फटकार

जानिए कौन हैं मिहिर आहूजा, युजवेंद्र चहल की गर्लफ्रेंड संग दिए जमकर बोल्ड सीन

सभी देखें

जरूर पढ़ें

रेड 2 मूवी रिव्यू: रेड की परछाई में भटकी अजय देवगन की एक औसत फिल्म

बॉडीकॉन ड्रेस पहन पलक तिवारी ने फ्लॉन्‍ट किया कर्वी फिगर, लिफ्ट के अंदर बोल्ड अंदाज में दिए पोज

मोनोकिनी पहन स्विमिंग पूल में उतरीं राशि खन्ना, बोल्ड अदाओं से इंटरनेट पर मचाया तहलका

मोनालिसा ने फिर गिराई बिजलियां, जंप सूट में शेयर की सुपर हॉट तस्वीरें

जाट मूवी रिव्यू: सनी देओल का ढाई किलो का हथौड़ा और सॉरी बोल का झगड़ा