अगस्त्य (अक्षय कुमार) अपने गांव पागलपुर लौटता है और उसे यह जान बेहद दु:ख होता है कि उसका गांव इतना पिछड़ा हुआ है कि देश के नक्शे में उसका कोई स्थान नहीं है। पढ़ा-लिखा अगस्त्य एक रिसर्चर है। ब्रह्मांड में एलियंस के अस्तित्व की खोज में वह दिन-रात एक किए हुए है।
अगस्त्य कुछ ऐसा करने की ठानता है कि उसका छोटा-सा गांव पूरी दुनिया में मशहूर हो जाए। एलियंस से कम्यूनिकेशन करने वाले यंत्र पर वह अपने गांव से ही काम करना शुरू कर देता है। आखिरकार उसके हाथ में एक ऐसा प्लान लगता है जिससे उसके गांव का नाम पूरी दुनिया जान सके।
क्या यह है प्लान? क्या अगस्त्य अपनी खोज में कामयाब होगा? क्यों पागलपुर के लोग दुनिया से कटे हुए हैं? ऐसे कई सवालों के जवाब मिलेंगे ‘जोकर’ में।
निर्देशक के बारे में : जोकर का निर्देशन किया है फराह खान के पति और कुछ माह पहले शाहरुख से मारपीट करने वाले शिरीष कुंदर ने। बतौर फिल्म एडीटर शिरीष ने कई फिल्में की है और ‘जानेमन’ (2006) नामक एक फिल्म भी निर्देशित की है। शिरीष को उम्मीद है कि ‘जोकर’ के जरिये वे एक निर्देशक के रूप में भी अपनी पहचान बनाने में कामयाब होंगे।