खामोशियां की कहानी

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बैनर : विशेष फिल्म्स, फॉक्स स्टार स्टुडियो
निर्देशक : करण डर्रा
संगीत : जीत गांगुली, अंकित तिवारी, नावेद जफर, बॉबी-इमरान
कलाकार : गुरमीत चौधरी, सपना पब्बी, अली फजल
रिलीज डेट : 30 जनवरी 2015 
कबीर (अली फज़ल) एक उपन्यासकार है। वह वन बुक वंडर है। नया उपन्यास लिखने की प्रेरणा पाने के लिए वह एक यात्रा पर निकलता है। मीरा (सपना पब्बी) नामक खूबसूरत युवती से कबीर की मुलाकात होती है। 

मीरा एक गेस्ट हाउस चलाती है, जिसे कबीर बेहद डरावना मानता है। 

मीरा की शादी गेस्ट हाउस के मालिक जयदेव (गुरमीत) से हुई है। जयदेव की कभी पेपर मिल हुआ करती थी और वह काफी धनवान हुआ करता था। जयदेव दिखने और व्यवहार में अपने आपको शरीफ आदमी की तरह पेश करता है, लेकिन उसके अंदर एक दानव छिपा हुआ है।

गेस्ट हाउस में कबीर का सामना कई असामान्य बातों और घटनाओं से होता है। जैसे-जैसे वह मामले की तह में जाता है उसके सामने गेस्ट हाउस और मीरा के राज उजागर होने लगते हैं। 

कबीर को लगता है कि इन संदिग्ध घटनाओं के बारे में मीरा को भी पता है, लेकिन वह इन्हें टालती रहती है। शायद उसे खतरा है। 

कबीर जितना मीरा से बात करता है उतना ही उसकी ओर आकर्षित होता है। आखिर इन खामोशियों में छिपे रहस्य क्या है? जवाब मिलेगा 'खामोशियां' में। 
खामोशियां का ट्रेलर अगले पेज पर... 
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