एक थी डायन मुकुल शर्मा द्वारा लिखित लघु कहानी पर आधारित है। विशाल भारद्वाज ने जिसे फिल्म के रूप में लिखा है। इस रोमांटिक थ्रिलर की कहानी घूमती है बोबो नामक भारत के मशहूर जादूगर के इर्दगिर्द। बोबो की मन में अजीब सी उथल-पुथल मचती है जिसके बारे में उसकी गर्लफ्रेंड तमारा को भी पता नहीं रहता है। लगातार मतिभ्रम होने की वजह से उसके पास साइकेट्रिक की मदद लेने के सिवाय कोई चारा नहीं रहता।
सम्मोहन द्वारा उसके अतीत के बारे में जानने की कोशिश की जाती है तो उसके भयावह बचपन की बात सामने आती है। एक डायन ने उसके परिवार को बरबाद कर दिया था और बोबो को धमकी दी थी कि वह उसे भी परेशान करेगी।
बोबो इस बात को इग्नोर करता है और आगे बढ़ जाता है। जब वह अपने करियर के शिखर पर होता है तब लिसा दत्ता नामक महिला की उसकी जिंदगी में एंट्री होती है। बोबो इस बात से पूरी तरह आश्वस्त है कि वह डायन है। लेकिन, क्या सचमुच में ऐसा है? या फिर यह बोबो की दिमाग की ही उपज है? जानने के लिए देखना होगी ‘एक थी डायन’।