फिल्म की शुरुआत कॉलेज की एक रीयूनियन पार्टी के साथ होती है, जहां पांच दोस्त दो सालों के लंबे अंतराल के बाद मिलते हैं। जय - जो एक जर्नलिस्ट है, अपने कॉलेज के दिनों में म्युजिक का दीवाना था। उसका म्युजिक उसके कॉलेज के दोस्तों को बहुत पसंद आता था।
जादू - एक फोटोग्राफर है और युवा लड़कियों को स्टारडम के झूठे ख्वाब दिखाने का कोई मौका नहीं चूकता। वह फेसबुक का आदी भी है। आशु - एक सेल्स एक्सीक्यूटिव्ह है, जो बेहद बातूनी है। यहां तक कि उसके सीनियर्स भी उसकी हाजिरजवाबी के कायल हैं।
गोलू - मोटा और आलसी है, जो दिनभर सिर्फ खाते रहना पसंद करता है। काम के नाम पर वह केवल अपने पिता की कंपनी में कभी-कभी घूम आता है। काव्या - इस ग्रुप की अकेली फीमेल मेंबर, बेहद कॉन्फिडेंट और बिंदास किस्म की लड़की है। वह एक ऐसी लड़की है, जो लड़कों को उनके खेलों में भी हरा दिया करती है।
अपने कॉलेज के प्रिंसिपल के रिटायर होने पर ये सभी दोस्त एक रीयूनियन पार्टी में मिलते हैं। इस दौरान बातचीत में उन्हें एशिया की एक अनोखी जगह 'भानगढ़' के बारे में पता चलता है। यह दिल्ली से तीन घंटे की दूरी पर स्थित राजस्थान के अलवर जिले में स्थित किला है।
इंटरनेट पर भानगढ़ की जानकारी इकट्ठा करने के बाद ये लोग भानगढ़ की ट्रिप पर जाने का फैसला करते हैं। इस दौरान वे यहां के इतिहास और कुछ अनोखी बातों से रूबरू होते हैं। यहां उन्हें साथ कुछ अजीबो-गरीब और अनोखी घटनाएं घटती है, जो दर्शकों के दिलों को थाम देने वाले क्लाइमैक्स का निर्माण करती हैं।