शिवानी रॉय (रानी मुखर्जी) मुंबई क्राइम की सीनियर इंस्पेक्टर हैं। वह अपने पति डॉ. बिक्रम रॉय (जीशु सेनगुप्ता) और अपनी भतीजी मीरा के साथ रहती हैं, जिसका वह बेहद खयाल रखती है। शिवानी रॉय अपराधों के छोटे से छोटे सुराग खोज निकालने के मामले में एक्सपर्ट है और अपराधियों से बेखौफ है।
शिवानी की जिंदगी में अचानक एक बड़ा मोड़ तब आता है जब एक 'प्यारी' नामक किशोरी को देह-व्यापार माफिया के लोग किडनैप कर लेते हैं और उसे शहर के बाहर बेच देते हैं। प्यारी को शिवानी बेटी की तरह मानती है।
इस केस की तहकीकात शिवानी करती है। किडनैपर्स के माफिया का सरगना शिवानी को कॉल करता है और उससे पूछता है कि वह उनका पीछा छोड़ने का क्या लेगी? इस पर शिवानी उससे प्यारी को छोड़ने की बात कहती है, लेकिन वह प्यारी को छोड़ने से मना कर देता है क्योंकि प्यारी तब तक किडनैपिंग माफिया के बारे में बहुत कुछ देख चुकी होती है।
इस पर शिवानी उसे 30 दिन में पकड़ने की चुनौती देती है। इसके बाद पुलिस और देह व्यापार माफिया के बीच चूहे और बिल्ली का खेल शुरु होता है।