स्पीडी सिंह कहानी है कनाडा में रहने वाले 21 वर्षीय राजवीर सिंह की। वह प्रोफेशनल हॉकी प्लेयर बनना चाहता है। अच्छा खिलाड़ी भी है। उसकी राह में सबसे बड़ी बाधा उसके पिता है। एक सिक्ख परिवार में पले-बढ़े राजवीर के पिता चाहते हैं कि वह अपने धर्म और अपने फैमिली बिज़नैस पर ध्यान दे।
राजबीर के पिता जब नहीं मानते तो वह पिता से छिपकर ऑल इंडिया हॉकी टीम (द स्पीडी सिंह) बनाता है। एक कोच ढूंढता है। अपने अंकल की ट्रक कंपनी को प्रायोजक बनाता है।
जब उसकी टीम एक चैम्पियनशीप में हिस्सा लेती है तो उससे उसके परिवार के बारे में पूछा जाता है, जिसका उत्तर वह नहीं देना चाहता। किस तरह से राजबीर अपने सपने को पूरा करता है यह फिल्म में मौज-मस्ती के साथ दिखाया गया है।