कर्मा और होली

Webdunia
PR
निर्माता : डीरिना डी नीरो, प्रशांत शाह, डेविड रोमा
निर्देशक : मनीष गुप्ता
कलाकार : सुष्मिता सेन, रणदीप हुडा, रति अग्निहोत्री, सुरेश ओबेरॉय, सुचित्रा कृष्णमूर्ति, दीपल शॉ, नाओमी कैम्पबैल, डी‍रिना डी नीरो

’कर्मा और होली’ में देखने लायक कुछ भी नहीं है। फिल्म का प्लॉट, स्क्रीनप्ले और अभिनय कुछ भी असर नहीं छोड़ता। उस फिल्म के बारे में आप क्या कह सकते हैं जिसका मूड गंभीर हो, लेकिन कई जगह बचकानी हरकतों को देख हँसी आती है।

मीरा (सुष्मिता सेन) और देव (रणदीप हुडा) अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को कुछ वक्त साथ बिताने के लिए बुलाते हैं। जैसे-जैसे समय बीतता जाता है, सभी मेहमान एक दूसरे की जिंदगी के बारे में जानने लगते हैं और बातों ही बातों में कुछ छिपी हुई बातें निकल पड़ती हैं।

कागज पर यह विचार उम्दा प्रतीत होता है, लेकिन स्क्रीन पर इसे बेढंगे तरीके से दिखाया गया है। फिल्म के जरिये बहुत कुछ कहना चाहा है, लेकिन कुछ भी सामने नहीं आ पाता है। लेखन और निर्देशन (मनीष गुप्ता) दोनों खराब है।

सुचित्रा कृष्णमूर्ति और सुष्मिता सेन को छोड़ सभी का अभिनय खराब है। रणदीप हुडा ने अधूरे मन से काम किया है, नाओम कैम्बेल का अभिनय लाउड है। कुल मिलाकर ‘कर्मा और होली’ फिल्म से दूर रहना ही उचित है।

Show comments

बॉलीवुड हलचल

नेटफ्लिक्स-प्राइम वीडियो को टक्कर देने आया Waves, प्रसार भारती ने लॉन्च किया अपना ओटीटी प्लेटफॉर्म

नाना पाटेकर ने की अनिल शर्मा की शिकायत, वनवास के निर्देशक को बताया बकवास आदमी

प्राइम वीडियो ने रिलीज किया अग्नि का इंटेंस ट्रेलर, दिखेगी फायरफाइटर्स के साहस और बलिदान की कहानी

भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में इस दिन होगा जब खुली किताब का वर्ल्ड प्रीमियर

Bigg Boss 18 : सच में भी बिग बॉस के लाड़ले हैं विवियन डीसेना, वायरल वीडियो से खुली पोल!

सभी देखें

जरूर पढ़ें

भूल भुलैया 3 मूवी रिव्यू: हॉरर और कॉमेडी का तड़का, मनोरंजन से दूर भटका

सिंघम अगेन फिल्म समीक्षा: क्या अजय देवगन और रोहित शेट्टी की यह मूवी देखने लायक है?

विक्की विद्या का वो वाला वीडियो फिल्म समीक्षा: टाइटल जितनी नॉटी और फनी नहीं

जिगरा फिल्म समीक्षा: हजारों में एक वाली बहना

Devara part 1 review: जूनियर एनटीआर की फिल्म पर बाहुबली का प्रभाव