Hanuman Chalisa

बुद्ध ने समझाई दान की महिमा

Webdunia
ND

भगवान बुद्ध का जब पाटलिपुत्र में शुभागमन हुआ, तो हर व्यक्ति अपनी-अपनी सांपत्तिक स्थिति के अनुसार उन्हें उपहार देने की योजना बनाने लगा। राजा बिंबिसार ने भी कीमती हीरे, मोती और रत्न उन्हें पेश किए। बुद्धदेव ने सबको एक हाथ से सहर्ष स्वीकार किया।

इसके बाद मंत्रियों, सेठों, साहूकारों ने अपने-अपने उपहार उन्हें अर्पित किए और बुद्धदेव ने उन सबको एक हाथ से स्वीकार कर लिया।

इतने में एक बुढ़िया लाठी टेकते वहां आई।

ND
बुद्धदेव को प्रणाम कर वह बोली, 'भगवन्‌, जिस समय आपके आने का समाचार मुझे मिला, उस समय मैं यह अनार खा रही थी। मेरे पास कोई दूसरी चीज न होने के कारण मैं इस अधखाए फल को ही ले आई हूं। यदि आप मेरी इस तुच्छ भेंट स्वीकार करें, तो मैं अहोभाग्य समझूंगी।'

भगवान बुद्ध ने दोनों हाथ सामने कर वह फल ग्रहण किया। राजा बिंबिसार ने जब यह देखा तो उन्होंने बुद्धदेव से कहा, 'भगवन्‌, क्षमा करें! एक प्रश्न पूछना चाहता हूं। हम सबने आपको कीमती और बड़े-बड़े उपहार दिए जिन्हें आपने एक हाथ से ग्रहण किया लेकिन इस बुढ़िया द्वारा दिए गए छोटे एवं जूठे फल को आपने दोनों हाथों से ग्रहण किया, ऐसा क्यों?'

यह सुन बुद्धदेव मुस्कराए और बोले, राजन्‌! आप सबने अवश्य बहुमूल्य उपहार दिए हैं किंतु यह सब आपकी संपत्ति का दसवां हिस्सा भी नहीं है। आपने यह दान दीनों और गरीबों की भलाई के लिए नहीं किया है इसलिए आपका यह दान 'सात्विक दान' की श्रेणी में नहीं आ सकता।

इसके विपरीत इस बुढ़िया ने अपने मुंह का कौर ही मुझे दे डाला है। भले ही यह बुढ़िया निर्धन है लेकिन इसे संपत्ति की कोई लालसा नहीं है। यही कारण है कि इसका दान मैंने खुले हृदय से, दोनों हाथों से स्वीकार किया है।

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

राहुल गांधी का राजनीतिक करियर क्या हो गया है खत्म, जानिए लाल किताब का भविष्य

वर्ष 2026 में सोना रहेगा टॉप पर या कि चांदी, जानिए ज्योतिष विश्लेषण

वर्ष 2026 में होंगे भारत में ये 5 बड़े काम, जिनकी हो गई है अभी से शुरुआत

Kharmas 2025: खरमास क्यों रहता है क्या करना चाहिए इस माह में?

वर्ष 2026 कैसा रहेगा देश और दुनिया की 12 राशियों के लिए, सोना चांदी पर क्या होगा प्रभाव

सभी देखें

धर्म संसार

14 December Birthday: आपको 14 दिसंबर, 2025 के लिए जन्मदिन की बधाई!

Aaj ka panchang: आज का शुभ मुहूर्त: 14 दिसंबर, 2025: रविवार का पंचांग और शुभ समय

वार्षिक राशिफल 2026: गुरु-शनि का महासंयोग बनाएगा राजयोग, इन 4 राशियों के लिए खुलेंगे सफलता के द्वार

December 2025 Horoscope: 15 से 21 दिसंबर का साप्ताहिक राशिफल, जानिए किसे मिलेगी सफलता?

Saphala ekadashi: सफला एकादशी 2025: व्रत, नियम और पारण का शुभ मुहूर्त