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जॉब की जुगत

Webdunia
- कोमिका भारद्वाज

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परीक्षाएँ अब खत्म हो चुकी हैं और बच्चों के लिए माहौल है अब मस्ती का। लेकिन आजकल के प्रतिस्पर्धा वाले दौर को देखते हुए बच्चे भी अपना समय सिर्फ मस्ती-मजाक करके बर्बाद नहीं करना चाहते। वे भी चाहते हैं कि अपने समय का पूरा सदुपयोग करें, ताकि भविष्य में उन्हे किसी तरह की कोई परेशानी न हो।

यही वजह है कि परीक्षाएँ समाप्त होने के बाद वाले समय में बच्चे अब या तो पार्ट टाइम कोर्सेज कर रहे हैं या फिर किसी लैंग्वेज कोर्स में प्रवेश ले रहे हैं।

खासतौर से 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्र इन पार्ट टाइम कोर्सेज की ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं, ताकि स्कूल के बाद कॉलेज में प्रवेश से पहले या उसके दौरान उन्हे कुछ ऐसा करने को मिल जाए जो न सिर्फ उनके मन मुताबिक हो, बल्कि जिसकी वजह से उन्हे करियर के क्षेत्र में भी आसानी हो। इस बारे में 12वीं के छात्र मयंक कहते हैं कि मैं अब परीक्षाएँ खत्म होने के बाद टूर एंड ट्रैवल का शॉर्ट टर्म कोर्स कर रहा हूँ।

मैं आगे चलकर इसी क्षेत्र में करियर बनाना चाहता हूँ, इसलिए चाहता हूँ कि अभी से इस विषय की जानकारी और थोड़ी-बहुत प्रैक्टिकल जानकारी भी मुझे मिल जाए। मैं जो कोर्स कर रहा हूँ, इसके तहत हमें किसी ट्रैवल एजेंसी में इंटर्नशिप करने का मौका भी दिया जाता है, ताकि हम इस क्षेत्र की छोटी-छोटी बातों से अवगत हो सकें।

जहाँ तक बात है पार्ट टाइम कोर्सेज की तो इसमें आजकल बच्चे टूर एंड ट्रैवल, एस्ट्रोलॉजी, कंप्यूटर कोर्स, ब्यूटीशियन कोर्स आदि कर रहे हैं, ताकि बाद में उन्हे अपना करियर चुनने के मामले में भी आसानी हो। मयूर विहार में रहने वाली अवंतिका कहती हैं कि मैंने परीक्षाओं के बाद तीन-चार दिन आराम किया और उसके बाद मैं ब्यूटीशियन का कोर्स कर रही हूँ।

आजकल इस क्षेत्र में वैसे भी काफी स्कोप है। आपको काम अच्छा आना चाहिए, आपके पास क्लाइंट्स की कोई कमी नहीं रहती। यह क्षेत्र ऐसा है कि जब आपको लगे कि आप नौकरी नहीं, बल्कि खुद का कोई काम करना चाहती हैं तो तुरंत एक छोटी-सी जगह से भी अपने पार्लर की शुरुआत कर पैसे कमा सकती हैं।

वहीं कुछ बच्चे ऐसे भी हैं जो परीक्षाओं के बाद लैंग्वेज कोर्स में एडमिशन ले लेते हैं, ताकि वे एक विदेशी भाषा के जानकार भी बन सकें। इस बारे में 12वीं की परीक्षाएँ दे चुके रोहित कहते हैं कि आजकल तो आप किसी भी क्षेत्र में क्यों न काम कर रहे हों, एक विदेशी भाषा की जानकारी आपके किसी न किसी काम तो आ ही जाती है।

खासतौर से टूर एंड ट्रैवल के क्षेत्र में तो किसी विदेशी भाषा का जानकार होना आपके बड़े काम आता है। नौकरी की तलाश करने के दौरान अगर आपके रिज्यूमे में एक विदेशी भाषा के जानकार होने के बारे में भी लिखा है तो आपके रिज्यूमे को प्राथमिकता दी जाती है। यही वजह है कि अपने भविष्य को लेकर सजग युवा पार्ट टाइम कोर्स में एडमिशन लेना ज्यादा बेहतर समझते है।

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