आज डिजिटाइजेशन का दौर है। हम हर तरफ देखते हैं कि डिजिटलीकरण का दखल हमारे जीवन में दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है। शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य, व्यापार से लेकर सर्विसेज तक हर क्षेत्र में डिजिटलीकरण लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में इस डिजिटलीकरण के विविध क्षेत्रों में रोजगार भी खूब फल-फूल रहे हैं। इसलिए युवाओं के बीच में डिजिटल मार्केटिंग इन दिनों एक डिमांडिंग करियर आप्शन बना हुआ है।
डिजिटल मार्केटिंग में कंप्यूटर और इंटरनेट, सोशल मीडिया जैसे नए मीडिया के जरिये की जाती है। यह ऑनलाइन मार्केटिंग भी कहलाती है। दरअसल हर तरह के मार्केट में मार्केटिंग बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। मार्केटिंग एक बहुत ही पॉपुलर वर्ड है। मार्केटिंग किसी भी समाज और बाजार में नए ट्रेंड सेट करती है
*डिजिटलीकरण से जुड़े विविध क्षेत्रों में रोजगार भी खूब फल-फूल रहे हैं।
*इंटरनेट, डिजिटल तकनीकों, एप्पस, गैजेट्स से मार्केटिंग करना एक नया ट्रेंड।
*दुनियाभर में डिजिटल मार्केटिंग कंपनियों की पसंद बना।
*परंपरागत मार्केटिंग को डिजिटल मार्केटिंग से मिलता है फायदा।
कोई भी नया प्रोडक्ट, सर्विस या फिर आइडिया तब तक मजबूत ब्रांड नहीं बन पाता जब तक उसके लिए दमदार मार्केटिंग न की जाए। मार्केटिंग के एक्सपर्ट्स रणनीतियां बनाने और उन्हें सफलता से एक्जिक्यूट करने के माहिर होते हैं। इसीलिए मार्केटिंग एक बहुत शानदार जॉब फील्ड है। अब इसी का एक नया तरीका पिछले कुछ सालों में बहुत सफल हुआ है जिसे हम डिजिटल मार्केटिंग के बतौर जानते हैं। डिजिटल मार्केटिंग का मतलब है कि डिजिटल टेक्नॉलाजी और स्मॉर्ट गैजेट्स के उपयोग से मार्केटिंग करना। तो आइए देखते हैं कि डिजिटल मार्केटिंग में करियर कैसे बनाया जा सकता है-
क्या है डिजिटल मार्केटिंग : किसी भी छोटी फैक्ट्री से लेकर बिलियन डॉलर वैल्यू वाली कंपनियों में भी मार्केटिंग के एक्सपर्ट और स्पेशलिस्ट की एक बड़ी फौज काम करती है। बिजनेस आर्गेनाइजेशन में मार्केटिंग की अहमियत इस बात से भी समझा जा सकता है कि कंपनियों के नए प्रोडक्ट या सर्विसेज की लॉन्चिग से लेकर उसे बाजार में प्रमोट करना, सेल्स के नए तरीके खोजना और बाजार की प्रतिक्रियाओं का मूल्यांकन, निरीक्षण करना और आने वाले वक्त के लिए रणनीतियां तैयारी मार्केटिंग सेक्शन के लोग ही करते हैं। आज कंपनियों और पूरे कॉर्पोरेट वर्ल्ड में यही काम डिजिटल मार्केटिंग टीम द्वारा किया जाता है। डिजिटल मार्केटिंग के लोग भी अपनी कंपनियों के प्रोडक्ट्स और सर्विसेज के लिए डिजिटल मार्केटिंग कंटेट को तैयार करते हैं। वे डिजिटल विज्ञापन कैंपेनिंग करते हैं। तरह-तरह के मीडिया सलेक्ट कर वे अपने लक्षित ग्राहकों तक मार्केटिंग कंटेंट को पहुंचाते हैं। वेबसाइट्टस, सोशल मीडिया, ई-पेपर, यूट्यूब और अन्य तरह के डिजिटल माध्यमों पर बैनर ऐड आदि रिलीज करने का काम भी ये लोग ही करते हैं। ई-मेल्स के जरिये भी वे कम्युनिकेट करते हैं। इस प्रकार हर तरह से डिजिटल मार्केटर्स इन विविध तरीकों से अपनी कंपनी के लक्षित मार्केट में हिस्सेदारी को बढ़ाने का काम करते हैं।
*इंटरनेट आज आईओटी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) बन चुका है।
*इंटरनेट के जरिये अधिकतर ऑनलाइन कामकाज हो रहे हैं।
*डिजिटल मार्केट लगातार बढ़ रहा है।
*दुनियाभर में डिजिटल लेनदेन बढ़ रहा है।
क्यों जरूरी है डिजिटल मार्केटिंग : दरअसल पिछले कुछ सालों में दुनियाभर में डिजिटलाइजेशन बढ़ा है। साल दर साल इंटरनेट यूजर्स की संख्या और बढ़ने का अनुमान है। आज छोटे से गांव और कस्बों में भी लोग ऑनलाइन खरीददारी कर रहे हैं। अमेजन, मिंत्रा, फ्लिपकार्ट सहित कई अन्य बड़ी कंपनियां और कस्बों को अपने मार्केटिंग नेटवर्क में जोड़ रहा है। हम अपने आस-पास भी देख सकते हैं कि छोटे-छोटे व्यवसाई भी तरह-तरह के प्लेट्फार्म्स से अपने ग्राहकों तक प्रोडक्ट्स और सर्विसेज पहुंचा रहे हैं। कई छोटे दुकानदार तो व्हट्सअप से अपना कारोबार चला रहे हैं। कई तरह के रिसर्च बताते हैं कि इन दिनों डिजिटल तरीकों से कामकाज और व्यवसाय करने वालों की सख्या तेजी से बढ़ रही है। इसलिए आज के समय में डिजिटल मार्केटिंग की आवश्यकता हर तरह के सेक्टर में महसूस हो रही है। आज आम आदमी से लेकर छोटे व्यवसाय और बैंक आदि तमाम सेक्टर डिजिटल मार्केटिंग में लगातार आगे बढ़ रहे हैं। ऐसे में डिजिटल मार्केटिंग हर तरफ जरूरी हो जाती है। जानकार इस सेक्टर में भविष्य में जबरदस्त बूम आने का आंकलन कर रहे हैं।
कैसे करें शुरूआत : डिजिटल मार्केटिंग में शुरूआत आप किसी भी वक्त कर सकते हैं। अगर आप मार्केटिंग के प्रोफेशन में हैं और जॉब स्विच करना चाहते हैं तो आपके लिए डिजिटल मार्केटिंग में शानदार करियर आप्शंस मिल सकते हैं। अगर आप अभी पढ़ रहे हैं और इस सेक्टर में आना चाहते हैं तो बेहतर होगा कि आप बीबीए या एमबीए या मैनेजमेंट का कोई डिप्लोमा कर लें। डिजिटल मार्केटिंग में स्पेशलाइजेशन करना बेहतर होगा। कई तरह के इंस्टिट्यूट्स ऐसे कोर्सेस करवाते हैं। वैसे अगर आप कोई ट्रेडिशनल मैनेजमैंट कोर्स कर रहे हैं तो भी आप डिजिटल मार्केटर बन सकते हैं। आप इस सेक्टर में अपनी रूचि का आप्शन चुने और किसी भी संस्थान से एक ट्रेनी बतौर काम शुरू करें। थोड़े ही समय में अगर आपने बेहतर ढंग से सीख लिया तो आगे आप बहुत अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
*डिजिटल मार्केटिंग के स्पेशलाइजेशन वाले कार्सेस करना होगा बेहतर।
*इंटर्नशिप ऐसे संस्थानों के साथ करें जहां आपको इस फील्ड को एक्सप्लोर करने का मौका मिले।
*डिजिटल मार्केटिंग में डिग्री या डिप्लोमा करना होगा बेहतर।
डिजिटल मार्केटिंग में स्पेशलाइजेशन करना होगा बेहतर।
अगर आप कोई भी मार्केटिंग से जुड़ा हुआ कोर्स कर रहे हैं और डिजिटल मार्केटिंग फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो बेहतर होगा कि आप डिजिटल मार्केटिंग में ही स्पेशलाइजेशन करें। दरअसल हर कंपनी अपने कोर सेक्टर से जुड़े हुए लोगों को अपने यहां जॉब्स और और प्रमोशंस में प्राथमिकता देती है। इसलिए अगर आपके पास में डिजिटल मार्केटिंग का स्पेशलाइजेशन होगा तो आपके लिए किस सेक्टर में बेहतर कैरियर बनाना और आसान हो जाएगा। और याद रखिए हमेशा स्पेशलिस्ट याने विशेषज्ञों की आवश्यकता हर फील्ड में होती है। अगर आप अपने आप को किसी भी डिजिटल मार्केटिंग कंपनी में टॉप पोजिशन पर देखना चाहते हैं तो बेहतर होगा कि आप डिजिटल मार्केटिंग से जुड़ा हुआ स्पेशलाइज इन का कोर्स जरूर करें।
सोशल मीडिया मार्केटिंग भी सीखें।
सोशल मीडिया आज दुनियाभर में लोगों के जीवन का एक अहम हिस्सा बन गया है। तरह- तरह के एप्प और कम्युनिटी नेटवर्क वेबसाइट्स मार्केटिंग में बहुत मददगार हो सकती हैं। इसलिए एक डिजिटल मार्केटर को सोशल मीडिया मार्केटिंग, सोशल मीडिया नेटवर्क एनालिसिस, सोशल मीडिया मार्केटिंग और सोशल मीडिया का महत्व स्पष्ट तौर पर समझना बहुत जरूरी है। आज ट्रेंड्स बताते हैं कि सोशल मीडिया किसी भी मार्केट में एक इन्फुलुएंसर की भूमिका में होता है इसलिए आपको बतौर एक डिजिटल मार्केटर सोशल मीडिया मार्केटिंग की प्रैक्टिस या रणनीतियां भी सीखनी चाहिए।
मार्केट एनालिसिस सीखें : मार्केट हमेशा एक डायनमिक प्लेस होता है। यहां हर चीज बदलती रहती है। इसलिए अगर आप डिजिटल मार्केटिंग में करियर बना रहे हैं तो आपके लिए बहेतर होगा कि मार्केट एनालिसिस सीखे। मार्केटिंग के फील्ड में एनालिसिस बहुत काम आती है। तो अगर आप डिजिटल मार्केटिंग में काम करते हैं तो आपको बाजार को समझने और उसका एनालिसिस करना आना चाहिए। दरअसल अगर आम मार्केट का एनालिसिस करने में सक्षम होंगे तो अपने प्रतिद्वंदियों की रणनीतियों को समझ सकेंगे और अपनी कंपनी के लिए प्रभावशाली प्लानिंग कर सकेंगे।
डेटा एनालिटिक्स सीखना बहुत जरूरी : दरअसल किसी भी तरह का डेटा अपने आप में जानकारियों का एक संग्रह होता है। ये डेटा किसी भी विषय पर हो सकता है। यह किसी व्यक्ति/व्यक्तियों या वस्तुओं की सूचनाओं से जुडा होता है। ये डेटा टेक्स्ट, न्यूमेरिकल्स,वीडियो, इमेज, ऑडियो या ग्राफ आदि स्वरूपों में हो सकते हैं। इस तरह अलग-अलग प्रकार के डेटा को एक जगह मिलाकर इसे इन्फॉर्मेशन बनाया जाता है। अगर आपको डिजिटल मार्केटिंग के सेक्टर में काम करना है तो आपको डेटा विश्लेषण आना चाहिए। कुछ खास तरह के सॉफ्टवेर्यस की सहायता से आप डेटा एनालिसिस कर सकते हैं।
रिसर्च को प्राथमिकता दें : रिसर्च यानी शोध। किसी भी सेक्टर में कंपनियां रिसर्च पर खूब जोर देती हैं। तो अगर आप डिजिटल मार्केटिंग में फ्यूचर बनाना चाहते हैं तो रिसर्च में ध्यान दें। नए आइडियाज पर काम करें। नई चीजें, विचारों पर फोकस करें। छोटे-छोटे ही सही पर प्रैक्टिकल करते रहें। याद रखें अगर आपकी रूचि रिसर्च में है तो आपके लिए डिजिटल मार्केटिंग में काफी अच्छे अवसर हैं।
सैलरी और फ्यूचर : अभी इस सेक्टर में बहुत बूम चल रहा है। डिजिटल मार्केटिंग के जॉब्स में दूसरे फील्ड के बजाय बहुत अच्छी सैलरी मिल रही हैं। दुनियाभर में अलग-अलग सेक्टर्स में प्रोफेशनल्स की सैलरीज पर नजर रखने वाली फर्म ग्लासडोर की रिर्पोट्स बताती हैं कि भारत में डिजिटल मार्केटिंग के फील्ड में काम करने वाले लोगों को शुरूआत में 20 हजार प्रतिमाह से लेकर 50 हजार रूपए तक प्रतिमाह वेतन मिल रहा है। जैसे-जैसे आपका अनुभव बढ़ेगा तो वेतन और भत्ते भी बढ़ते हैं। एक्सपीरियंस प्रोफेशनल्स जो इस फील्ड में स्विच करके आना चाहते हैं उनके अनुभव के आधार पर उनका वेतन तय होता है।
कुल मिलाकर कहें तो डिजिटल मार्केट की संभावनाएं हमारे देश में लगातार बढ़ रही हैं। जैसे-जैसे तकनीक का प्रसार होगा, लोग डिजिटल अनुभवों से गुजरेंगे तो डिजिटल मार्केटिंग से जुड़े हुए आप्शंस भी बढ़ेगें। तो अगर आप अपने लिए करियर की तलाश कर रहे हैं तो डिजिटल मार्केटिंग में आपके लिए करियर के अनगिनत शानदार अवसर मौजूद हैं।
Edited: By Navin Rangiyal