मिलिए कॉमेडी किंग राजू श्रीवास्तव से

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आप मानें या ना मानें पर यह सच है कि स्टार-वन के शो लॉफ्टर चैलेंज के दूसरे रनर अप रहने वाले अभिनेता और कॉमेडी के नए बादशाह राजू सचमुच ही पूरे देश की पहली पसंद बन गए हैं। राजू मानते हैं कि यह सब भाग्य की बात है। उनका कहना है कि रोज पाँच चुटकुले लोगों को सुनाया करें, यह बहुत ही लाभदायक प्रक्रिया है। आइये मिलते हैं देशभर के चहेते कॉमेडी किंग राजू श्रीवास्तव से।

प्रश्न : अपने नए शो के बारे में कुछ बताइए?

उत्तर : मेरा एक नया शो राजू हाजिर हो शुरू होने जा रहा है। इसके हर एपिसोड में दो अति‍थि नजर आएँगे। शो में अतिथि और मैं परफॉरमेंस देंगे। हमने अभी तक इसके 20 एपिसोड शूट कर लिए हैं।

प्रश्न : इसमें बताया जा रहा कि आप हास्य अलग-अलग शहरों में जाकर ढूँढ रहे हैं, ये क्या माजरा है?

WD
उत्तर : यह तो मेरी आदत में शुमार है। मैं ज्यादा से ज्यादा लोगों से मिलना पसंद करता हूँ और हर तबके के लोग मेरे दोस्त हैं। मैं इन सभी के अंदर हँसी ढूँढने की कोशिश करता हूँ। इस शो में ताजगी लाने के लिए मैं पिछले छ: महीने से पर्दे पर नहीं आया।

प्रश्न : आपको लगता है कि ‍आजकल की फिल्में कॉमेडी होने के बावजूद उसमें हास्य कलाकारों को अवसर कम मिल रहे हैं?

उत्तर : ऐसा नहीं है। मुझे तो लगता है कि हम जैसे स्टैंडअप कॉमेडियन्स को फिल्मों में जाना ही नहीं चाहिए क्योंकि लोगों के बीच जाकर हँसाने का काम फिल्मों से भी ऊँचा है। और इसे ही अधिक ऊँचाई तक ले जाया जाए। मैं तो चाहता हूँ कि ऐसा दौर आए जब फिल्म निर्माता कहें कि अरे ये कलाकार फिल्म क्यों करेंगे भला! यानी हम इतने स्थापित हो जाएँ। क्योंकि विदेशों में तो स्टैंडअप कॉमेडियन अपने आप में संपूर्ण कलाकार होता है, जिसे फिल्मों के सहारे की जरूरत नहीं होती।

प्रश्न : क्या टीवी के जरिए नए काबिल हास्य कलाकार मिल रहे हैं?

उत्तर : इन दिनों तो एक पूरी कॉमेडी इंड्रस्टी ‍बन गई है। मिमिक्री कलाकार कहलाने वालों को अब स्टैंडअप कॉमेडियन कहा जाता है। अब वो दिन दूर नहीं जब इसके लिए भी संस्थान खुलने लग जाएँगे या कम से कम ये पाठ्यक्रम में तो शामिल हो ही जाएगा।

प्रश्न : हास्य कलाकारों को अन्य कलाकारों की तरह प्रतिष्ठा नहीं मिल पाती, तो क्या अब इसमें कुछ बदलाव देखे जा रहे हैं?

उत्तर : अब लोग हास्य की अहमियत से वाकिफ हो रहे हैं, हालाँकि इसे विलंब से पहचाना गया।

प्रश्न : अधिकतर हास्य कार्यक्रमों में फूहड़ता को हास्य का चोला पहनाया जा रहा है, इसे आप क्या कहेंगे?

WD
उत्तर : मैं तो अश्लीलता के खिलाफ हूँ परंतु मेरे साथियों का कहना है कि ये तो तरक्की है। क्योंकि आजकल के बच्चों तक को सारी जानका‍रियाँ रहती हैं, अगर हम ऐसा प्रदर्शन नहीं करेंगे तो हमें डाउनमार्केट समझेगी ये पीढ़ी। अब अश्लीलता और तरक्की के बीच बड़ी पतली-सी दीवार है। हम भारतीय अभी बहुत मझधार में फँसे हुए हैं। मैं तो कहता हूँ कि अश्लीलता के बगैर भी लोगों को हँसाना संभव है।

प्रश्न : हास्य चुटकुला बनाते वक्त आप उसमें कोई संदेश देना भी पसंद करते हैं?

उत्तर : बिलकुल। हमें इतना बड़ा माध्यम मिला है तो हमारा फर्ज है कि कला के साथ लोगों को हँसाते हुए समाज को संदेश भी दिया जाए।

प्रश्न : आपका पसंदीदा कॉमेडियन कौन है?

उत्तर : किशोर कुमार, महमूद और स्टेज पर जॉनी लीवर। आपको बताऊँ कि वो स्टेज पर जो परफॉर्म करते थे, उसका मैं बहुत कायल हूँ। उनका फिल्मों में कुछ अंश भी वे नहीं दे पाए हैं।
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