वैसे अमृता की पत्रिका में शनि-मंगल का दृष्टि संबंध भी बन रहा है, जो सफल हीरोइन कि कतार में नहीं जानें देगा। लेकिन कुछ ग्रहों की स्थितियां ऐसी होती है जो अपना प्रभाव देती है।
जैसे सूर्य पंचम मनोरंजन का कारक होकर पंचम में ही है, जो वक्री शुक्र के साथ है। पंचम भाव मजबूत है लेकिन परिवार भाव चतुर्थ मजबूत नहीं कह सकते।
इस कारण आपको सहायक कलाकार के रूप में भी आना पडा़। पराक्रम भाव का स्वामी उच्च का होकर षष्ट शत्रु भाव में है, जो अपने प्रतिद्वंद्वी से राहत भी देता है।
अभी वर्तमान में शनि उच्च का होकर गोचर सप्तम से ही भ्रमण कर रहा है जो राशि स्वामी भी है। इसकी स्थिति 3 नवंबर 2014 तक रहेगी। अभी वर्तमान में शनि-मंगल का दृष्टि संबंध 20 अगस्त से 5 अक्टूबर तक रहेगा। यह समय आपको सावधानी रखने का रहेगा।
इधर भाग्य का स्वामी गुरु अष्टम में है जो भाग्य को शक्ति प्रदान करने में रूकावट देता है। अतः आपको पुखराज सव्वा सात कैरेट का गुरुवार को शुभ मुहूर्त में बनवा कर उसी मुहूर्त में ही धारण करना लाभदायक रहेगा।