अरविंद केजरीवाल : कालसर्प योग बनेगा बाधक

केजरीवाल के चुनावी सितारे

पं. अशोक पँवार 'मयंक'
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का जन्म 16 अगस्त 1968 को हरियाणा के सिवनी में कर्क लग्न व मेष राशि में जन्माष्टमी के दिन हुआ। अरविंद के जन्म के समय राशि स्वामी मंगल नीच का होकर लग्न में है अत: उनका दिमाग भी अस्थिर है। आप दूसरों के लिए बाधक ही रहेंगे।

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केतु मध्य राहु एक प्रकार का कालसर्प योग होता है, जो बाधक रहता है। अभी मोदी के विरोध में वाराणसी से लड़ने की घोषणा कर चुके हैं।

आइए देखें क्या कहते हैं केजरीवाल के राजनीतिक सितारे-


दशम भाव राजनीति का होता है। केजरीवाल की पत्रिकानुसार और राशिनुसार देखें तब चतुर्थ भाव स्थानीय राजनीति का होता है, वहां मंगल नीच का है।

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कर्क लग्न से देखा जाए तो दशम भाव में शनि नीच राशि का है व चतुर्थ भाव से भी दशम भाव पर शनि की नीच दृष्टि पड़ रही है अतः मोदी के विरुद्ध आपका जीत पाना कठिन होगा।

मंगल की राशि मेष पर स्थित चन्द्र पर राहु की दृष्टि व शनि की नीच दृष्टि भी ठीक नहीं है। ग्रहों की मानें तो राजनीति में होते हुए भी सफलता कोसों दूर रहेगी। नवांश कुंडली में भी शनि मंगल का दृष्टि संबंध ठीक नहीं होता इसी कारण आप विवादों में बने रहते हैं।

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आपके जन्म समय में अर्थ का कारक शुक्र नीचाभिलाषी है वहीं मंगल व शनि भी नीच के हैं। राहु भी मीन राशि में अच्छे फल नहीं देता। अत: केजरीवाल कुछ नया कर पाएगें इसमें संदेह है।

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