करिश्मा कपूर : शुक्र दिलाएगा वैभव

मा‍णिक एवं पन्ना पहनना शुभ रहेगा

पं. सुरेन्द्र बिल्लौरे
जन्म : 25/6/1974 मुंबई
IFM

करिश्मा कपूर का जन्म जिस समय हुआ उस समय सूर्य की स्थिति के अनुसार आज करिश्मा ऐश्वर्य प्राप्त एवं अच्छे कलाकारों में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। कुंडली में जिस स्थान पर चंद्रमा बैठा है, उसके प्रभाव से स्वयं की मेहनत का अच्‍छा धनार्जन होता है एवं संपन्नता बनी रहती है। सिंह का चंद्रमा पराक्रमी, बुद्धिमानी एवं सुखी बनाता है। यह क्रोधी स्वभाव को भी प्रेरित करता है।

भौम करिश्मा को अद्वितीय पराक्रम प्राप्त कराता है परंतु फिर भी आपअपने वालों से पूर्ण सुख महसूस नहीं करती। पत्रिका में मंगल कुंडली में कर्क विराजमान रहने से आर्थिक संपन्न बनाता है। बुध बुद्धिमान एवं शारीरिक खूबसूरती प्रदान करता है। यह ऐसी जगह बैठा है जिससे अन्य ग्रहों के कष्ट अपने आप दूर हो जाते हैं।

आपको गुरु यशस्वी एवं दार्शनिक बनाता है। विदेशी पूँजी कमाने का प्रबल योग प्रदान करता है व साथ ही देश-विदेश में विख्‍यात करता है। गुरु शनि की राशि पर विराजमान रहने के कारण धनी बनाता है। यदि हम ‍करिश्मा कपूर की कुंडली पर ध्यान दें तो सारे ग्रह राजयोग बनाते हैं एवं जीवन में हर सुख प्रदान करते हैं।

शुक्र ऐसे भाव में बैठा है जो ऐश्वर्य एवं वैभव प्राप्त कराता है। ये इसी का प्रभाव है। कभी-कभी अपने वालों से ही बैर उत्पन्न भी कराता है। शुक्र जिस राशि पर बैठा है उसके प्रभाव से भी आर्थिक संपन्नता प्रदान होती है।

दया एवं क्षमा का गुण जातक के स्वभाव में रहता है। शनि लग्नेश होने से सुंदर शरीर की प्राप्ति होती है। शरीर की बनावट मोहक है। यह शनि की कुंडली में स्थिति के कारण है। श्रेष्ठ लोगों का साथ मिलता है एवं कर्म को शनि श्रेष्ठ बनाता है। मिथुन का शनि प्रधान जगह बिठाता है। कुंडली में राहु ऐसे स्थान पर विराजमान है जिसमें विरोधी अपने आप परास्त हो जाते हैं। चित्त वृत्ति भी स्थिर बनती है। केतु भी अच्छा फल देता है। नेत्र संबंधी रोग के कारण बनते हैं। अत: ध्यान देना चाहिए।

करिश्मा का जन्म शुक्र की महादशा में हुआ है एवं वर्तमान में मंगल की महादशा चल रही है जोकि 15/6/2006 से 15/6/2013 तक रहेगी। अभी मंगल की महादशा में शनि की अंतरदशा 6/12/2008 से 12/9/2011 तक है, बुध की अंतरदशा 15/1/2010 से 12/1/2011 तक रहेगी। इसके बाद 12/1/2011 से 9/6/2011 तक केतु की अंतरदशा रहेगी। शुक्र की ‍अंतरदशा 9/8/2012 तक रहेगी। अत: मंगल शांति कराना चाहिए। वर्तमान में इसकी आवश्यकता है। कुंडली अनुसार भी आंशिक मंगल है।
अर्थात् कुंडली मांगलिक है, अत: मंगल की शांति के लिए उज्जैन में मंगलनाथ में भात पूजन करवाने का बड़ा महत्व है।

जून अंतिम सप्ताह तक हर कार्य में सतर्कता रखें अन्यथा परेशानी रहेगी। सोच-समझकर कदम बढ़ाना उचित रहेगा। जून अंत से अगस्त मध्य तक सुखद समाचार से प्रसन्नता रहेगी। इच्छित कार्य होने एवं इच्छित स्थान मिलने के योग बनते हैं। आय के कई स्रोत सामने आएँगे।

अगस्त मध्य से अक्टूबर तक पारिवारिक कार्यों में व्यस्तता रहेगी। दूसरों के कार्य की सफलता का श्रेय नहीं मिल पाएगा। नवंबर अंत तक विश्वास के साथ कार्य करने से कई नए कार्य होंगे। नवंबर से जनवरी मध्य के सारे कार्य सोच-समझकर करना उचित होगा एवं निर्णय धैर्य रखकर लेने से फायदा होगा। वरना परेशानी आ सकती है। जनवरी मध्य से फरवरी अंत तक रुके हर कार्य के पूर्ण होने से आप उत्साहित होंगे। जनसंपर्क एवं ख्‍याति फैलेगी। मित्र वर्ग सहयोग की प्रशंसा करेंगे। यह वर्ष करिश्मा के लिए ठीक रहेगा। 2011 का वर्ष मध्यम जाएगा। 2013 पुन: नई जाग्रति लाएगा। आपको मा‍णिक एवं पन्ना पहनना चाहिए।

शनिवार को एवं दिनांक 3, 8 एवं 13 को लंबी यात्रा एवं बड़े डायरेक्टर की फिल्म साइन नहीं करनी चाहिए। प्रथम प्रहर में कम से कम निकलने का प्रयास करना चाहिए। जिस दिन वृश्चिक का चंद्रमा हो, उस दिन फिल्म की शूटिंग अथवा बड़ी मीटिंग्स पर नहीं जाना चाहिए।

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