राजनाथ सिंह : सत्तासुख आसान नहीं

राह में हैं कई अड़चनें

पं. अशोक पँवार 'मयंक'
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उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह का जन्म 10.7.1951 में मिथुन लग्न वृषभ नवांश में हुआ। आपका नाम अभी आतंकवादियों के निशाने पर है। अब देखना है क्या कहते हैं आपके सितारे।

मिथुन लग्न सिंह राशि होने से आप उत्तम कदकाठी के व हष्टपुष्ट भी है। लग्न में पराक्रमेश सूर्य एकादशेश व शत्रु भाव का स्वामी मंगल भी लग्न में है। जोकि शनि से दशम दृष्टि से दृष्ट है। यह योग कुछ ठीक नहीं होता है।

आपको किसी भी सूरत में अपनी सुरक्षा को ढीला नहीं छोड़ना होगा। आपकी पत्रिका में शुक्र नीचाभिलाषी है जो द्वादशेश बाहरी भाव का स्वामी है। ग्रह का भी यही संकेत है कि आपको बाहरी व्यक्ति से खतरा हो सकता है। पंचम भाव विद्या, बुद्धि, संतान का भी है, अतः जरा-सी लापरवाही दु:खदाई साबित हो सकती है।

रही राजनीति की बात तो दशम भाव राजनीति से संबंध रखता है। उस भाव का स्वामी सप्तमेश होकर दशम में ही है जो पंचमहापुरूष योग में से एक हंस योग बना रहा है। तभी आप तीन बार उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।

इधर भाग्य का स्वामी भी चतुर्थ भाव में अष्टमेश होकर बैठा है। इस कारण आप अभी भाजपा के अध्यक्ष भी है। आपके सभी ग्रह सम मित्र व स्वराशिस्थ है। सांसद बनना एक बात है लेकिन सत्ता का स्वाद चखना अलग ही होता हैं। जो आपके लिए अभी आसान नहीं है। गोचर ग्रहों से देखा जाए तो शनि का भ्रमण सिंह से चल रहा है, जो आपकी पत्रिका के तृतीय भाव से भ्रमण कर रहा है। जिसकी भाग्य पर स्वदृष्टि पड़ने से आप फायदे में रहेंगे।

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