राज्यवर्धन सिंह : जीत पक्की, सितारे बुलंद

पं. अशोक पँवार 'मयंक'
निशानेबाज राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का जन्म 29 जनवरी को वृषभ लग्न तुला राशि में हुआ। वृषभ लग्न वाले जातक उत्तम कद-काठी के होकर इकहरे शरीर वाले होते हैं।

राज्यवर्धन के जन्म समय लग्न का स्वामी शुक्र भाग्य भाव में है अत: राज्यवर्धन ने अपने भाग्य से काफी नाम कमाया।

खेल व मनोरंजन भाव पर मंगल की दृष्टि ने राज्यवर्धन को शूटिंग में माहिर बनाया। जब लग्न बलशाली हो तो ऐसा जातक ऊंचाइयों पर पहुंच ही जाता है।

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भाग्य भाव का स्वामी नीच का अवश्य है, लेकिन शत्रु भाव पर उच्च दृष्टि के पड़ने से सफलता भी दिलाता है। इधर चन्द्र व गुरु का संयोग गजकेसरी योग भी बन रहा है। ऐसा योग जो शत्रुओं पर विजयी बनाकर राजसुख का कारण बने, वह राज्यवर्धन की पत्रिका में है।

दशम भाव में यदि राहु हो तो राजनीति में जाना तय है। राज्यवर्धन के जन्म के समय राहु की स्थिति दशम भाव पर कुंभ में है अत: जीत में किसी तरह की बाधा नहीं आएगी।

राज्यवर्धन के सितारे बुलंद है, साहस की वृद्धि कर रहे हैं, शत्रुओं के संहारक हैं। राज्यवर्धन को कुंडली के शुभ योग लोकसभा में पहुंचा सकते हैं ।

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