लारा दत्ता : लाभ के योग बनेंगे

सावधानी से बिताना होगा यह वर्ष

भारती पंडित
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लारा दत्ता जो 16 अप्रैल 1978 को गाजियाबाद में जन्मी हैं, अपनी सुंदरता के चलते हमेशा चर्चा में रही। मौका मिलने पर अभिनय में जौहर दिखाने से भी यह नहीं चूकी। इनकी सूर्य कुण्डली के अनुसार मेष लग्न और कर्क राशि है। लग्न का सूर्य, कर्क राशि और स्वराशि में बैठा हुआ चन्द्र इन्हें कला का रुझान देता है साथ ही सुंदरता और चतुराई भी दे रहा है।

गुरु तीसरे भाव से भाग्य को देख रहे हैं जिसके चलते ही लारा की फिल्म चले या न चले उसे चर्चा में आने और नोटिस किए जाने का पूरा अवसर मिलता है। व्यय भाव में केतु के साथ बुध है जो धार्मिक व समाज सेवा के कार्य में रूचि दिखा रहा है। वर्तमान में लारा केतु की महादशा से गुजर रही हैं। केतु में क्रम से शुक्र, सूर्य, चन्द्र का अंतर वर्ष भर चलेगा।

गोचर का भी विचार किया जाए तो वर्ष का पहला भाग सावधानी से बिताना होगा। विशेषकर जून से नवंबर तक चिंता, तनाव, स्वास्थ्य कष्ट, हानि के कुयोग बन रहे हैं। खान-पान, वाणी और कागज-पत्रों के व्यवहार में सावधानी रखना चाहिए। लंबी यात्रा भी टालें, नुकसान हो सकता है।

परिवार में मतभेद व तनाव के आसार है। बड़े निर्णय टालें, गलत फिल्में न लें। दिसंबर से अप्रैल 2011 तक का समय शुभ है। अब तक हुई परेशानियों की भरपाई होगी। लाभ के योग बनेंगे, अच्छे प्रोजेक्ट हाथ आ सकते है। परिचय का लाभ मिलेगा। अचानक धन लाभ भी संभव है। कुल मिलाकर यह समय सभी अपेक्षाओं की पूर्ति करने वाला हैं। किसी से मित्रता या संपर्क बढ़ेंगे जो आगे जाकर लाभदायक होंगे।

कार्य की अनुकूलता के लिए रक्त दान करें, पिता व पिता सम व्यक्तियों की सेवा करें और गरीब कन्याओं को सहायता दें।

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