सलमान खान : चुंबकीय व्यक्तित्व का राज

सप्तम का गुरु बन रहा है विवाह में बाधक

भारती पंडित
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सलमान खान अपनी व्यक्तिगत विशेषताओं के चलते सदैव चर्चा में बने रहते हैं, चाहे वह उनकी फिल्म शूटिंग हो, चाहे शिकार का शौक हो या ऐश्वर्या या कैटरीना की वजह से साथी अभिनेताओं से लड़ाई-झगड़ा होने की बात हो या फिर चुनावी आमसभा या प्रचा र। आइ ए, दृष्टि डालें सलमान की सूर्य कुंडली पर कि ऐसे कौन से ग्रह योग हैं जो सलमान के इस तरह के व्यक्तित्व को गढ़ रहे हैं।

सूर्य कुंडली के अनुसार 27 दिसंबर 1965 को इंदौर में जन्मे सलमान धनु लग्न में जन्मे हैं। लग्नेश गुरु सप्तम में मौजूद रहकर लग्न को पूर्ण दृष्टि दे रहे हैं। जो सलमान को चुंबकीय व्यक्तित्व व शरीर सौष्ठव प्रदान करने में सहायक हुए हैं। यही गुरु उन्हें अड़ियल, अहंकारी व महत्वाकांक्षी भी बना रहा है।

वाणी भाव में मंगल उच्चस्थ है व शुक्र चंद्र की यु‍ति में है जो कला में रूचि के साथ इन्हें जिद्‍दी, मुँहफट व अति साहसी बना रहा है, साथ ही स्त्री आसक्ति व रिश्तों में अति 'पजेसिव' होने का कारण बन रहे हैं। शनि की स्थि‍ति इन्हें भाग्य का धनी व पराक्रमी बना रही है। राहु, प्रबल होकर शत्रुहंत योग में है। व्यय में बुध केतु की युति इन्हें विवादों में फँसाती है, मगर धर्म-कर्म के कार्य भी कराती है। सप्तम का गुरु व लग्न का सूर्य विवाह में बाधा बन रहे हैं।

इस समय सलमान द्वितीयेश व तृतीयेश शनि की महादशा से गुजर रहे हैं। बुध का अंतर अप्रैल 2010 तक है। फिर जून 2011 तक केतु का अंतर है। यह समय परिवार, धन व भाग्य वृद्धि के लिए अच्छा है। कुछ दुस्साहस भरे कार्य व निर्णय भी इस बीच लिए जा सकते हैं, जिससे आलोचना हो सकती है।

फिल्मी करियर स्थिर बना रहेगा। अप्रैल 2010 से जून 2011 के बीच में प्रेम संबंधों को विवाह रूप देने या उस बारे में विचार करने की पहल की जा सकती है, हालाँकि विवाह योग क्षीण है। सलमान को निर्णय लेते समय सावधानी व वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए।

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