इन दिनों क्या कह रहे हैं नरेन्द्र मोदी के सितारे

पं. अशोक पँवार 'मयंक'
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के महेसाणा (गुजरात) में वृश्चिक लग्न कर्क नवांश में हुआ। 
 

 
जन्म के समय उनके ग्रहों की स्थिति इस प्रकार है- लग्न में मंगल-चन्द्र की युति है। चन्द्र भाग्येश होकर नीच का है। वहीं मंगल स्वराशि का होकर केंद्रस्थ है। मंगल चन्द्र के ही साथ होने से चन्द्र का नीच भंग हुआ अत: अनेक बाधाओं के बाद भी अत्यंत प्रभावशाली रूप में देश के प्रधानमंत्री तक का सफर तय किया।
 
नरेन्द्र मोदी के वाणी की वजह से विवादों में हमेशा घिरे रहने का कारण दशम भाव में वक्री शनि के साथ नीचाभिलाषी शुक्र का होना है। 
 
पंचम भाव में गुरु के वक्री होने के कारण कभी-कभी वाणी के कारण विवादों में घिर जाते हैं। 
 
वर्तमान में गुरु राहु के साथ है। पत्रिका से दशम भाव से गोचर भ्रमण कर रहा है। गुरु वाणी यानी पंचम भाव का स्वामी है, जो लग्न में है और शत्रु राशि कुंभ में वक्री भी है। 
 
शनि-मंगल की युति आपके लग्न से भ्रमण कर रही है व लग्न में मंगल भी है। इस कारण आपको 26 जनवरी तक संभलकर चलना होगा व वाणी पर विशेष ध्यान देना होगा। 
Show comments

ज़रूर पढ़ें

महाकुंभ में स्नान के साथ करें इन पवित्र मंत्रों का जाप, मिलेगा पुण्य का पूरा लाभ

नर्मदा जयंती कब है, जानिए माता की पूजा का शुभ मुहूर्त और नदी का महत्व

माघ मास की गुप्त नवरात्रि की कथा

खाटू श्याम बाबा की कहानी: रोंगटे खड़े कर देने वाली रहस्यमयी कथा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शपथ ग्रहण कुंडली से जानें उनकी सरकार का भविष्य, चलेगी या जाएगी

सभी देखें

नवीनतम

05 फरवरी 2025 : आपका जन्मदिन

05 फरवरी 2025, बुधवार के शुभ मुहूर्त

Mahashivratri 2025 Date: महाशिवरात्रि कैसे मनाई जाती है?

भीष्म अष्टमी व्रत कब और कैसे किया जाता है, जानें पर्व के शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि

देवी धूमावती कौन हैं, जानें क्यों होती है इनकी गुप्त नवरात्रि में पूजा

अगला लेख