अजीत जोगी कलेक्टर का पद छोड़कर राजनीति में आए। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बने लेकिन आज भी उन्हें छग का प्रभावी नेता बनने का मौका नहीं मिला।
लग्नेश मंगल नीच का होकर चतुर्थ यानी जनता भाव में है। चतुर्थ भाव जनता और स्थानीय राजनीति का होता है अत: आपने राजनीति छत्तीसगढ़ से ही शुरू की।
मंगल की उच्च दृष्टि दशम भाव पर पड़ रही है। आपको स्थानीय राजनीति से दूर ही रहना चाहिए क्योंकि शनि की नीच दृष्टि गोचरीय लग्न पर पड़ रही है।
अजीत जोगी के भाग्य का स्वामी गुरु वक्री होकर षष्ट भाव में है यह भाग्य को कमजोर करता है। अजीत के सितारे कह रहे हैं कि छत्तीसगढ़ में कोई भी पद पाना मुश्किल ही होगा ।