आमिर खान : 2012 तक का समय अनुकूल

ऑस्कर की संभावना कम

भारती पंडित
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आमिर खान का जन्म 14 मार्च 1965 को मुंबई में हुआ। सूर्य कुंडली के अनुसार कुंभ लग्न और कर्क राशि में जन्में आमिर खान की कुंडली में कुछ महत्वपूर्ण योग है जिन्होंने उसे एक सफल अभिनेता बनाया और एक विशेष पहचान दी।

लग्न में शुक्र, शनि व सूर्य मौजूद है। शुक्र का मित्र राशि में होना, सूर्य के साथ होना अभिनय की तरफ रूझान का संकेत देता है। वहीं स्वराशि के शनि इन्हें विशेष विश्लेषणात्मक दृष्टि से देख रहे हैं, जिसके कारण वे न केवल सोच-समझकर फिल्में करते हैं, वरन् अपने रोल के लिए पूरी मेहनत करते है। वरन् लग्न पर मंगल की दृष्‍टि इन्हें शारीरिक ऊर्जा से, शक्ति से भरपूर रखती है। सूर्य की स्थिति दृढ़ निश्चयी बनाती है, आत्मविश्वास भी देती है।

वाणी भाव में नीचस्थ बुध होने से व्यंग्य करना, वाणी की कटुता, बयानों के कारण विचारों में रहना फलीभू‍त होता है।

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कर्क राशि का स्वराशिस्थ चंद्रमा भावनात्मक समझ देता है, सोच की तीव्रता बढ़ाता है, वहीं इनके अभिनय में स्पष्ट दिखाई देती है। किरदार को जीवंत करना उनकी खूबी है।

राहु-केतु व मंगल की स्थिति पारिवारिक सुख को कम करती है। अपने व्यवहार के कारण चर्चा में भी रखती है।

वर्तमान में आमिर शुक्र की महादशा से गुजर रहे हैं। शुक्र इनका चतुर्थेश व भाग्येश है। 94 से प्रारंभ इस दशा के कारण ही आमिर को फिल्म लाइन में स्थायित्व मिला, पहचान मिली। लगान, तारे जमीं पर जैसी फिल्में इन्होंने की। अभी शुक्र में शनि का अंतर चल रहा है जो 8/12/ 2010 तक चलेगा।

मित्र शुक्र की दशा में शनि पूर्ण शुभ फल देगा जो स्वास्थ्य लाभ, धन, लाभ तथा पुरस्कारों के रूप में सामने आएँगे। इस वर्ष प्रदर्शित गजनी सुपर हिट रही है, देश-विदेश में सराहना मिलेगी, अवार्ड भी मिलेंगे, मगर राष्ट्रीय स्तर पर ही। ऑस्कर जैसे पुरस्कार की संभावना कम है।

अगली फिल्मों को भी अच्छा प्रतिसाद मिलेगा। गोचर के ग्रह भी अनुकूल होने से सफलता की संभावना बढ़ जाती है। कुल मिलाकर 2012 तक आमिर का समय बहुत अच्छा है, जिसमें उन्हें जनता का भरपूर स्नेह मिलेगा। हाँ 2010 के बाद वाणी की कटुता व अनर्गल बयानबाजी, विवादों से बचना श्रेयस्कर होगा।
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